अधूरा लफ़्ज़

अधूरा लफ़्ज़ – Adhura Lafz (Rahat Fateh Ali Khan, Pratibha Baghel, Baazaar)

परिचय

“अधूरा लफ़्ज़” एक गहरा और भावनात्मक गीत है जिसे संगीत दिया है सोहेल सेन ने और इसके बोल जमील अहमद द्वारा लिखे गए हैं। यह गीत राहत फ़तेह अली ख़ान और प्रतिभा बघेल की शानदार आवाज़ों में गाया गया है। इस गीत में प्रेम की अधूरी भावनाओं और संवेदनाओं को बारीकी से उकेरा गया है, जो श्रोता को अपने दिल के सबसे नाजुक कोने तक छू जाता है।

अधूरी प्रेम कहानी की अनकही बातें

“अधूरा लफ़्ज़” एक ऐसी स्थिति को दर्शाता है जहां प्रेमी और प्रेमिका के बीच शब्दों का अभाव है। यह गीत प्रेम की उन बातों को बयान करता है जो कही नहीं जा सकीं। यह भावनाओं का संघर्ष है, जो दिल में दबी रह जाती हैं और अधूरी रह जाती हैं। यह एक असहनीय पीड़ा की तरह महसूस होती है, जो प्रेमियों को अलग कर देती है और उनके दिलों में एक खालीपन छोड़ देती है।

आवाज़ और संगीत

राहत फ़तेह अली ख़ान की सूफी आवाज़ इस गीत को अद्वितीय गहराई और आत्मिकता प्रदान करती है, जबकि प्रतिभा बघेल की भावुक आवाज़ इस गीत में स्त्री की पीड़ा और संवेदनशीलता को दर्शाती है। सोहेल सेन ने संगीत को बहुत सधे और शांतिपूर्ण तरीके से प्रस्तुत किया है, जिससे श्रोता को गहरी भावनाओं का अनुभव होता है।

संगीत की संरचना

सोहेल सेन ने इस गीत में धीमी धुनों और वाद्ययंत्रों का बेहतरीन इस्तेमाल किया है, जो गीत की भावनाओं को और गहरा बनाता है। बांसुरी, पियानो, और वायलिन जैसे वाद्ययंत्रों का मिश्रण इस गीत को बेहद सजीव बना देता है। संगीत में धीमी गति से बढ़ती लय और ताल इस गीत को आत्मिक अनुभव में बदल देती है।

गीत का प्रभाव

“अधूरा लफ़्ज़” उन प्रेमियों के दिल को छूता है जो कभी अपने रिश्ते को पूरा नहीं कर सके। यह गीत उनके अंदर छिपी दर्दनाक भावनाओं को व्यक्त करता है। यह एक ऐसा गीत है जो श्रोताओं को उनकी अधूरी कहानियों और अधूरे सपनों की याद दिलाता है। हर लफ़्ज़ और सुर दिल को छूने वाला है, जो श्रोता को उसकी गहराई तक महसूस होता है।

निष्कर्ष

“अधूरा लफ़्ज़” एक गहन प्रेम गीत है, जो उन रिश्तों की पीड़ा और खालीपन को उजागर करता है, जो कभी पूरा नहीं हो सके। राहत फ़तेह अली ख़ान और प्रतिभा बघेल की सुरीली आवाज़ों ने इसे और भी मार्मिक बना दिया है। सोहेल सेन का संगीत और जमील अहमद के दिल छू लेने वाले बोल इस गीत को अविस्मरणीय बनाते हैं, जो श्रोता के दिल में गहरी छाप छोड़ जाता है।

 

अधूरा लफ़्ज़ - Adhura Lafz
अधूरा लफ़्ज़ – Adhura Lafz

अधूरा लफ़्ज़ – Adhura Lafz (Rahat Fateh Ali Khan, Pratibha Baghel, Baazaar) | Song Details…

 

  • Movie/Album: बाज़ार (2018)
  • Music By: सोहेल सेन
  • Lyrics By: जमील अहमद
  • Performed By: राहत फ़तेह अली खान, प्रतिभा बघेल

अधूरा लफ़्ज़ – Adhura Lafz (Rahat Fateh Ali Khan, Pratibha Baghel, Baazaar) | Song Lyrics

सारी दुनिया की नेमत मुझको मिल गई है
मैंने मांगी जो मन्नत मुझको मिल गयी है
ओ, सारी दुनिया की नेमत…
फासले दरमियाँ से फ़ना हो गए
मेरे ख्वाबों की जन्नत मुझको मिल गयी है
तेरे बिना मैं अधूरा लफ्ज़ हूँ
पढ़ ले मुझे मैं तेरा इश्क हूँ
तेरे बिना मैं…

सजणा, सजणा, सजणा
हो, कहता है दिल ये तुझपे कर लूँ सजदा रे
लगता है चेहरा तेरा जैसे रब का रे
जिस्म-ओ-जाँ दे दूँ तुझको ऐसे अपना रे
देता है जैसे कोई जान का सदका रे
देखो बाहों में आ के
सारी दुनिया भुला के
कहता है लम्हा प्यार का
तेरे बिना मैं…

तू करे अगर इशारा
छोड़ दूँ मैं जहां को
काश बिन कहे तू समझे
मेरे दर्द की ज़ुबाँ को
हो, तू करे अगर इशारा…
हो, चाहत का तू दरिया
जीने का तू ज़रिया
चाहूँ सदा मैं साथ तेरा
तेरे बिना मैं…

अधूरा लफ़्ज़ – Adhura Lafz (Rahat Fateh Ali Khan, Pratibha Baghel, Baazaar) | Video Song…

 

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