चिंगारी कोई भड़के 1971

चिंगारी कोई भड़के – Chingari Koi Bhadke – Kishore Kumar

चिंगारी कोई भड़के गीत का विश्लेषण परिचय

फ़िल्म “अमर प्रेम” का गीत “चिंगारी कोई भड़के” भारतीय संगीत प्रेमियों के दिलों में एक विशेष स्थान रखता है। यह गीत न केवल अपनी मधुर धुन के लिए प्रसिद्ध है बल्कि इसके गहरे अर्थ और भावनात्मकता के लिए भी जाना जाता है।

फिल्म “अमर प्रेम” का परिचय

1971 में रिलीज़ हुई “अमर प्रेम” एक क्लासिक बॉलीवुड फिल्म है, जिसमें शशि कपूर और शर्मिला टैगोर मुख्य भूमिकाओं में हैं। यह फिल्म समाज के रूढ़िवादी दृष्टिकोण और प्रेम की अनमोल भावना को दर्शाती है। फिल्म में प्रमुख भूमिकाओं में राजेश खन्ना, शर्मिला टैगोर, और सुजीत कुमार हैं। उनकी अद्वितीय अभिनय शैली ने फिल्म को अमर बना दिया है।

किशोर कुमार: आवाज़ का जादूगर

किशोर कुमार भारतीय संगीत उद्योग के एक अद्वितीय गायक थे, जिनका जन्म 4 अगस्त 1929 को हुआ था। उनका वास्तविक नाम आभास कुमार गांगुली था। किशोर कुमार ने अपने संगीत करियर की शुरुआत 1948 में की थी। उनके गाए गए गीतों में जीवंतता और भावना का संचार होता था, जिसने उन्हें एक महान गायक बना दिया।

आर.डी. बर्मन: संगीत का शहंशाह

राहुल देव बर्मन, जिन्हें प्यार से पंचम दा कहा जाता है, का जन्म 27 जून 1939 को हुआ था। वे प्रसिद्ध संगीतकार एस.डी. बर्मन के बेटे थे।आर.डी. बर्मन ने भारतीय सिनेमा को कई यादगार धुनें दी हैं। उनकी संगीत की विविधता और नवीनता ने उन्हें एक महान संगीतकार के रूप में स्थापित किया।

आनंद बक्षी: शब्दों का जादूगर

आनंद बक्षी एक महान गीतकार थे, जिनका जन्म 21 जुलाई 1930 को हुआ था। उन्होंने भारतीय सिनेमा को अनगिनत यादगार गीत दिए हैं।आनंद बक्षी ने अपने करियर में 4000 से अधिक गीत लिखे हैं। उनके शब्दों की गहराई और सादगी ने उन्हें एक महान गीतकार बना दिया।

गीत की रचना प्रक्रिया

“चिंगारी कोई भड़के” गीत की प्रेरणा आर.डी. बर्मन और आनंद बक्षी की संयुक्त रचना थी। यह गीत प्रेम और दर्द की भावनाओं को व्यक्त करता है। यह गीत एक रात में लिखा गया था, जब आनंद बक्षी और आर.डी. बर्मन ने मिलकर इसके बोल और धुन को अंतिम रूप दिया।

गीत के बोल गहरे और भावनात्मक हैं। “चिंगारी कोई भड़के” का अर्थ है कि एक छोटी सी घटना भी बड़ी समस्या का कारण बन सकती है। इस गीत का मुख्य संदेश है कि प्रेम और दर्द एक दूसरे से जुड़े हुए हैं और जीवन में संतुलन बनाना महत्वपूर्ण है।

किशोर कुमार की गायकी

किशोर कुमार की गायकी की शैली इस गीत में स्पष्ट रूप से दिखती है। उनकी आवाज़ में एक खास किस्म की कोमलता और भावनात्मकता है। किशोर कुमार की आवाज़ की गहराई और भावना ने इस गीत को एक अमर गीत बना दिया है। उनकी गायकी में एक अनोखी ताकत और समर्पण है।

जब यह गीत रिलीज़ हुआ, तो इसे बहुत पसंद किया गया। लोगों ने इसके बोल और धुन की तारीफ की और यह गीत जल्दी ही लोकप्रिय हो गया। आज भी यह गीत उतना ही प्रिय है। नई पीढ़ी भी इसे सुनकर उतनी ही भावनात्मक हो जाती है, जितनी पहले होती थी।

फिल्म में गीत का स्थान

फिल्म “अमर प्रेम” में इस गीत का एक विशेष स्थान है। यह गीत फिल्म की भावनात्मक स्थिति को और भी गहरा बनाता है। इस गीत का दृश्य बहुत ही संवेदनशील है, जिसमें प्रेम और दर्द की भावनाओं का संचार होता है। राजेश खन्ना और शर्मिला टैगोर की अदाकारी इस दृश्य को और भी प्रभावशाली बनाती है।

सांस्कृतिक प्रभाव

यह गीत समाज में प्रेम और दर्द की गहरी भावनाओं को जागरूक करने में सफल रहा है। इसने लोगों को अपनी भावनाओं को समझने और व्यक्त करने का अवसर दिया है। यह गीत अन्य भाषाओं में भी अनुवादित हुआ है और विभिन्न रूपों में प्रस्तुत किया गया है। इसकी लोकप्रियता ने इसे एक अमर गीत बना दिया है।

निष्कर्ष

“चिंगारी कोई भड़के” एक ऐसा गीत है जो सदियों तक याद किया जाएगा। इसकी धुन, बोल, और गायकी ने इसे एक अमर गीत बना दिया है। यह गीत हमें प्रेम, दर्द, और जीवन की सच्चाइयों को समझने में मदद करता है। संगीत प्रेमियों के लिए यह गीत हमेशा एक प्रेरणा स्रोत रहेगा।

चिंगारी कोई भड़के
चिंगारी कोई भड़के

चिंगारी कोई भड़के – Chingari Koi Bhadke  Song Details…

  • Movie/Album: अमर प्रेम
  • Year : 1971
  • Music By: आर.डी.बर्मन
  • Lyrics By: आनंद बक्षी
  • Performed By: किशोर कुमार

चिंगारी कोई भड़के – Chingari Koi Bhadke Song Lyricsbin Hindi

चिंगारी कोई भड़के, तो सावन उसे बुझाये
सावन जो अगन लगाये, उसे कौन बुझाये
पतझड़ जो बाग़ उजाड़े, वो बाग़ बहार खिलाये
जो बाग़ बहार में उजड़े, उसे कौन खिलाये
चिंगारी कोई भड़के…

हमसे मत पूछो कैसे, मंदिर टूटा सपनों का
लोगों की बात नहीं है, ये क़िस्सा है अपनों का
कोई दुश्मन ठेस लगाये, तो मीत जिया बहलाये
मन मीत जो घाव लगाये
उसे कौन मिटाये…

ना जाने क्या हो जाता, जाने हम क्या कर जाते
पीते हैं तो ज़िन्दा हैं, न पीते तो मर जाते
दुनिया जो प्यासा रखे, तो मदिरा प्यास बुझाये
मदिरा जो प्यास लगाये
उसे कौन बुझाये…

माना तूफाँ के आगे, नहीं चलता ज़ोर किसी का
मौजों का दोष नहीं है, ये दोष है और किसी का
मझधार में नैय्या डोले, तो माझी पार लगाये
माझी जो नाव डुबोए
उसे कौन बचाये…

चिंगारी कोई भड़के – Chingari Koi Bhadke Video Song…

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