महफ़िल में शमा चमकी – Mehfil Mein Shama Chamki (Md.Rafi & Manna Dey)
परिचय
“महफ़िल में शमा चमकी” एक मशहूर हिंदी गीत है जो अपनी सुंदरता और गहराई के लिए जाना जाता है। यह गीत न केवल सुनने वालों के दिलों को छूता है, बल्कि इसके बोल और धुन भी अद्वितीय हैं।
यह गीत पुराने हिंदी सिनेमा के स्वर्णिम युग का हिस्सा है। इसकी रचना प्रसिद्ध शायर हसरत जयपुरी और संगीतकार शंकर-जयकिशन की जोड़ी ने की थी, जिन्होंने अपने समय के कई हिट गाने दिए हैं।
महफ़िल में शमा चमकी – Mehfil Mein Shama Chamki , Song Details…
- Movie/Album: गुनाहों का देवता
- Year : 1967
- Music By: शंकर-जयकिशन
- Lyrics By: हसरत जयपुरी
- Performed By:मो.रफ़ी, मन्ना दे
महफ़िल में शमा चमकी – Mehfil Mein Shama Chamki (Md.Rafi, Manna Dey, Gunahon Ka Devta)
आए हैं बड़ी दूर से
सरकार के लिए
कब से तरस रहे थे
तेरे दीदार के लिए
कौन हो?
किस लिए आए हो
नाराज़ ना हो सरकार
हम तो इसलिए आए हैं
महफ़िल में शमा चमकी
परवाने चले आए
अब तो नज़र झुका लो
दीवाने चले आए
महफ़िल में शमा चमकी…
रंगीन ज़माना है, महफ़िल पे जवानी है
जो तेरा फ़साना है, वो मेरी कहानी है
आँखों से तेरी पीने, मस्ताने चले आए
महफ़िल में शमा चमकी…
जब दिल में मोहब्बत हो, होता है असर दिल पर
भटका हुआ आशिक भी, आ जाता है मंज़िल पर
हम भी तेरे दिल को, बहलाने चले आए
महफ़िल में शमा चमकी…
हर एक अदा मेरी, देती है दुआ तुमको
मेरी भी उमर दे दे, ये मेरा खुदा तुमको
हम भी तो तुम्हारे हैं, जतलाने चले आए
अब तो नज़र झुका लो…