ये गोटेदार लहंगा निकलू जब डाल के लिरिक्स – Ye Gotedaar Lehanga Lyrics
भोजपुरी म्यूजिक इंडस्ट्री के जाने-माने सिंगर नीलकमल सिंह (Neelkamal Singh) अपनी बेहतरीन गायिकी के लिए जाने जाते हैं. उनका कोई भी गाना आता है तो वो वायरल हो जाता है. पिछले कुछ समय से इंडस्ट्री में हिंदी गानों के भोजपुरी वर्जन का ट्रेंड काफी चल रहा है. कई गानों का भोजपुरी वर्जन आ चुका है. इसी बीच अब नीलकमल सिंह (Neelkamal Singh) लेकर आए हैं मोहम्मद रफी (Mohd Rafi) का गाना ‘ये गोटेदार लहंगा’ (Ye Gotedaar Lehanga) का भोजपुरी वर्जन. इसमें एक्ट्रेस शिल्पी राघवानी ने अपने लटके झटके दिखाए हैं.
ये गोटेदार लहंगा निकलू जब डाल के भोजपुरी गाना है जिसे Neelkamal Singh और Shilpi Raj ने गाया है। इस गाने को Ashutosh Tiwari ने लिखा है जबकि संगीत Arya Sharma ने दिया है। इसे Saregama Hum Bhojpuri यूट्यूब चैनल द्वारा जारी किया गया है।
ये गोटेदार लहंगा Ye Gotedaar Lehanga Song Details
- Song Title : Ye Gotedaar Lehanga
- Singer : Neelkamal Singh, Shilpi Raj
- Lyrics : Ashutosh Tiwari
- Music : Arya Sharma
- Music Label : Saregama Hum Bhojpuri
ये गोटेदार लहंगा Ye Gotedaar Lehanga Lyrics in Hindi
आ हां हां ..!
निकलू जब डाल के !
आ हां हां ..!
कान मे बाली ओठ पे लाली मार के जालु
गरदा उड़े गली मे जब झार के जालु
हs तs उड़ी ना ?
ऐ झरेला !
का हो ?
अतने ना !
झार के जालु !
हां हां ..!
कान मे बाली ओठ पे लाली मार के जालु
हs ..!
गरदा उड़े गली मे जब झार के जालु
आ हां हां ..!
आ हां हां ..!!
चिउटी लेखा काटs तारु ब्यूटी तू बंगाल के
ऐ हो !
ये गोटेदार लहंगा निकलू जब डाल के
अईसन का ?
हs जी !
ओह हो हो हो ..!
ऐ हो !
ऐ .! छुरिया चल जाए मेरी मतवाली चाल पे
धs देलु आशिक लोग के दिल तू निकाल के
अच्छा !
जब गोटेदार लहंगा निकलेलु डाल के
आ हां हां ..! आ हां !
जवना राही से आवा जाहि करीला
कनखी चलाई के घावाही करीला
प्यार खातिर कबो नाही नाही करीला
बिजुली नियन हम तबाही करीला
अरे बाप रे बाप !
डेरईबs ..?
जाने लेबू का !
भाक !
तू सेव बाड़ू कश्मीरी
हs !
पईसा पs मिली की फिरी
फिरी
देखी के हम तs डूबल बानी नैना नैनीताल के
ये गोटेदार लहंगा निकलू जब डाल के
हां आ आ ..!
छुरिया चल जाए मेरी मतवाली चाल पे
ऐ..! धs देलु आशिक लोग के दिल तू निकाल के
आ हां हां ..! आ हां .!
पानियों के छूके शराब करीला
नीलकमल नियत खराब करीला
असहि ना शीशा लेखा चमकतानी
खर्चा ऐ आशु बेहिसाब करीला
पैसे क्या पेड़ पे उगते है ?
अच्छा !
कहां से लाती हो ?
ई आशिक चुम्मा मांगे
अरे ..!
तू ओठ के करके आगे
आगे
हटs !
दवा लेखा काम करता हवा खुला बाल के
ऐ हो !
ये गोटेदार लहंगा निकलू जब डाल के
धs देलु आशिक लोग के दिल तू निकाल के
ऐ..! छुरिया चल जाए मेरी मतवाली चाल पे
धs देलु आशिक लोग के दिल तू निकाल के