“सरस्वती माता की आरती पाठ: आत्मिक साधना का मार्गदर्शन”
सरस्वती माता की आरती के गाने से भक्तों को अनेक लाभ प्राप्त होते हैं। इस आरती के गाने से माँ सरस्वती की कृपा प्राप्ति होती है और विद्या, बुद्धि, और ज्ञान में वृद्धि होती है। यह आरती भक्त को माँ सरस्वती के आशीर्वाद से धार्मिकता, साहित्यिक और कला में सफलता प्राप्त करने में सहायक होती है। इसके अलावा, आरती गाने से मन और आत्मा में शांति, सकारात्मकता, और संतोष का अनुभव होता है। लोग इस आरती को नियमित रूप से गाते हैं ताकि उन्हें सरस्वती माता की कृपा सदैव बनी रहे और उनका जीवन धन, समृद्धि, और संतुलन से भरा रहे।
Om jai Saraswati Mata aarti lyrics in Hindi Song details
- Aarti title: Saraswati Mata Aarti
- Singer: Anuradha Paudwan
- Music Director: Arun Paudwal
- Music label: T-Series
सरस्वती माता की आरती
ॐ जय सरस्वती माता, जय जय सरस्वती माता सदगुण वैभव शालिनी, सदगुण वैभव शालिनी त्रिभुवन विख्याता, जय जय सरस्वती माता
ॐ जय सरस्वती माता, जय जय सरस्वती माता सदगुण वैभव शालिनी, सदगुण वैभव शालिनी त्रिभुवन विख्याता, जय जय सरस्वती माता चन्द्रबदनि पद्मासिनि, कृति मंगलकारी मैय्या कृति मंगलकारी सोहे शुभ हंस सवारी, सोहे शुभ हंस सवारी अतुल तेज धारी
जय जय सरस्वती माता बाएं कर में वीणा, दाएं कर माला मैय्या दाएं कर माला शीश मुकुट मणि सोहे, शीश मुकुट मणि सोहे गल मोतियन माला
जय जय सरस्वती माता देवी शरण जो आए, उनका उद्धार किया मैय्या उनका उद्धार किया बैठी मंथरा दासी, बैठी मंथरा दासी रावण संहार किया जय जय सरस्वती माता विद्यादान प्रदायनि, ज्ञान प्रकाश भरो जन ज्ञान प्रकाश भरो मोह अज्ञान की निरखा, मोह अज्ञान की निरखा जग से नाश करो जय जय सरस्वती माता धूप, दीप, फल, मेवा, माँ स्वीकार करो ओ माँ स्वीकार करो ज्ञानचक्षु दे माता, ज्ञानचक्षु दे माता जग निस्तार करो
जय जय सरस्वती माता माँ सरस्वती की आरती, जो कोई जन गावै मैय्या जो कोई जन गावै हितकारी सुखकारी हितकारी सुखकारी ज्ञान भक्ति पावै जय जय सरस्वती माता जय सरस्वती माता,
जय जय सरस्वती माता सदगुण वैभव शालिनी, सदगुण वैभव शालिनी त्रिभुवन विख्याता जय जय सरस्वती माता
ॐ जय सरस्वती माता, जय जय सरस्वती माता सदगुण वैभव शालिनी, सदगुण वैभव शालिनी त्रिभुवन विख्याता, जय जय सरस्वती माता