ऐसा क्यूँ माँ – Aisa Kyun Maa – Sunidhi Chauhan
गायिका की भावनात्मक अदायगी: सुनिधि चौहान
सुनिधि चौहान की आवाज़ में हमेशा एक अलग तरह की ऊर्जा और संवेदनशीलता होती है, लेकिन ‘ऐसा क्यूँ माँ’ गीत में उन्होंने अपनी गायकी में भावनात्मक गहराई का अद्भुत प्रदर्शन किया है। सुनिधि की गायकी में माँ के प्रति प्रेम और दर्द का ऐसा मिश्रण है, जो हर किसी के दिल को छू जाता है। उनकी मधुर आवाज़ ने इस गीत को एक नया आयाम दिया है, जिससे श्रोता माँ की ममता और स्नेह को गहराई से महसूस कर पाते हैं। सुनिधि ने इस गीत में बेहद संवेदनशील और करुणाभरी गायकी की है, जो सीधे दिल को छूती है और श्रोताओं को गीत के साथ जोड़ देती है।
संगीत: विशाल खुराना की मर्मस्पर्शी धुनें
विशाल खुराना ने इस गीत को संगीत से संवारा है, जो दिल को छूने वाला और यादगार है। उनका संगीत गीत के भावों को और भी सजीव बना देता है। संगीत में जो धीमी लय और सूक्ष्म धुनें हैं, वे गीत के अर्थ को गहराई से उभारती हैं। विशाल ने गिटार और वायलिन का उपयोग बहुत ही संवेदनशीलता के साथ किया है, जिससे गीत की ध्वनि श्रोताओं के दिलों तक पहुँचती है। इस गीत का संगीत हर उस व्यक्ति को छू लेता है, जो कभी अपनी माँ से जुड़े भावों को महसूस करता है।
बोल: प्रसून जोशी की संवेदनशील शायरी
प्रसून जोशी ने ‘ऐसा क्यूँ माँ’ के बोलों में माँ और बच्चे के बीच के संबंध की गहराई को बहुत ही संवेदनशीलता और सरलता से उकेरा है। उनके शब्द सीधे दिल से निकलते हैं और माँ के प्रति प्रेम, सवाल, और भावनाओं की गहराई को दर्शाते हैं। ‘ऐसा क्यूँ माँ’ गीत के बोल में प्रसून जोशी ने माँ की ममता और बच्चे के दिल की उलझनों को खूबसूरती से पेश किया है। उनकी शायरी में जो मासूमियत और सजीवता है, वह इस गीत को और भी अधिक भावपूर्ण बना देती है।
निष्कर्ष: माँ के स्नेह की सजीव अभिव्यक्ति
‘ऐसा क्यूँ माँ’ गीत माँ और बच्चे के बीच के भावनात्मक संबंध को एक संगीतमय रूप में प्रस्तुत करता है। सुनिधि चौहान की भावनात्मक गायकी, विशाल खुराना का गहन संगीत, और प्रसून जोशी की संवेदनशील शायरी ने इस गीत को एक यादगार अनुभव में बदल दिया है। यह गीत हर श्रोता के दिल को छूता है और माँ की ममता की गहराई को महसूस करने का अवसर देता है।
ऐसा क्यूँ माँ – Aisa Kyun Maa Song Details
- Movie/Album: नीरजा
- Year : 2016
- Music By: विशाल खुराना
- Lyrics By: प्रसून जोशी
- Performed By: सुनिधि चौहान
ऐसा क्यूँ माँ – Aisa Kyun Maa Lyrics in Hindi
ऊँगली पकड़ के फिर से सिखा दे
गोदी उठा लेना माँ
आँचल से मेरी मुँह पोंछ देना
मैला-सा लागे जहां
आँखें दिखाए मुझे जब ज़िन्दगी
याद मुझे आती है तेरे गुस्से की
डाँटा भी तो तूने मुझे फूलों की तरह
क्यूँ नहीं माँ सारी दुनिया तेरी तरह
माथा गरम है सुबह से मेरा
रख दे हथेली ना माँ
तूने कुछ खाया, देर से क्यूँ आई
कोई ना पूछे यहाँ
हीरा कहा, कभी नगीना कहा
मुझे क्यूँ ऐसे पाला था माँ
तेरी नज़र से मुझे देखे ना जहां
दुनिया को तो डाँटेगी ना, डाँटेगी ना माँ
मुझको शिकायत करनी है सबकी
मुझको सताते हैं माँ
अब तू छुपा ले, पास बुला ले
मन है अकेला यहाँ