ओ घटा साँवरी ….

ओ घटा साँवरी – O Ghata Saanwri – Lata Mangeshkar 

ओ घटा साँवरी संगीत और गीत की रूपरेखा

फ़िल्म ‘अभिनेत्री’ का यह गीत “ओ घटा साँवरी” संगीतकार जोड़ी लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल की उत्कृष्ट रचना है। इस गीत में उन्होंने शास्त्रीय और आधुनिक संगीत का अद्वितीय मेल प्रस्तुत किया है। वाद्य यंत्रों की विविधता और तालमेल ने इस गीत को यादगार बना दिया है।

लता मंगेशकर की स्वर लहरियां

लता मंगेशकर की आवाज़ में गाया गया यह गीत उनके सुरों की मिठास और गहराई को दर्शाता है। उनकी गायकी में जो भाव और उमंग है, वह इस गीत को दिल को छूने वाला बना देता है। लता जी की आवाज़ ने इस गीत को अमर कर दिया है।

मजरूह सुल्तानपुरी की कलम का जादू

मजरूह सुल्तानपुरी ने इस गीत के बोल लिखे हैं। उनकी लेखनी ने इस गीत को एक अनूठी पहचान दी है। गीत के बोलों में जो भावनात्मक गहराई और सुंदरता है, वह सुनने वाले को सीधे दिल से जोड़ देती है।

गीत के बोलों का भावार्थ

इस गीत में घटाओं और प्रेम की भावनाओं को बहुत ही खूबसूरती से दर्शाया गया है। बोलों में निहित गहनता और सौंदर्य इसे और भी विशेष बना देता है।

कहानी और गीत का संबंध

इस गीत का फ़िल्म की कहानी में महत्वपूर्ण स्थान है। यह गीत फ़िल्म के नायक-नायिका की भावनाओं और प्रेम को उजागर करता है। इसके माध्यम से कहानी को आगे बढ़ाने में मदद मिलती है।

दृश्य और गीत का संगम

फ़िल्म में इस गीत को बहुत ही खूबसूरती से फिल्माया गया है। प्राकृतिक दृश्य, कलाकारों की अदाकारी और संगीत का संयोजन इसे और भी प्रभावशाली बना देता है।

श्रोताओं पर प्रभाव

यह गीत अपने समय में बहुत ही लोकप्रिय हुआ था। आज भी यह गीत अपनी मधुरता और भावपूर्ण गायकी के लिए जाना जाता है। लता मंगेशकर की आवाज़ और मजरूह सुल्तानपुरी के बोलों ने इसे अमर कर दिया है।

समय की कसौटी पर खरा

इस गीत ने समय की कसौटी पर खुद को साबित किया है। दशकों बाद भी यह गीत श्रोताओं के दिलों में बसता है और नई पीढ़ी को भी उतना ही पसंद आता है।

संक्षेप में

“ओ घटा साँवरी” गीत फ़िल्म ‘अभिनेत्री’ का एक अनमोल रत्न है। लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल का संगीत, लता मंगेशकर की आवाज़ और मजरूह सुल्तानपुरी के बोल इसे एक कालजयी रचना बनाते हैं। यह गीत न केवल अपने समय में बल्कि आज भी श्रोताओं के बीच उतना ही लोकप्रिय है।

ओ घटा साँवरी

ओ घटा साँवरी

ओ घटा साँवरी – O Ghata Saanwri Song Details…

  • Movie/Album: अभिनेत्री
  • Year :  1970
  • Music By: लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल
  • Lyrics By: मजरूह सुल्तानपुरी
  • Performed By: लता मंगेशकर

ओ घटा साँवरी – O Ghata Saanwri Song Lyrics in Hindi

ओ घटा साँवरी, थोड़ी-थोड़ी बावरी
हो गयी है बरसात क्या
हर साँस है बहकी हुई
अबकी बरस है ये बात क्या
हर बात है बहकी हुई
अबकी बरस है ये बात क्या
ओ घटा साँवरी…

पा के अकेली मुझे, मेरा आँचल मेरे साथ उलझे
छू ले अचानक कोई, लट में ऐसे मेरा हाथ उलझे
क्यों रे बादल तू ने छूआ मेरा हाथ क्या
ओ घटा साँवरी…

आवाज़ थी कल यही, फिर भी ऐसे लहकती ना देखी
पग में थी पायल मगर, फिर भी ऐसे छनकती ना देखी
चंचल हो गये घुँगरू मेरे रातों-रात क्या
ओ घटा साँवरी…

मस्ती से बोझल पवन, जैसे छाया कोई मन पे डोले
बरखा की हर बूँद पर, थरथरी सी मेरे तन पे डोले
पागल मौसम जा रे तू, लगा मेरे साथ क्या!
ओ घटा साँवरी…

ओ घटा साँवरी – O Ghata Saanwri Video Song…

https://youtu.be/Js_GKO-ufxs?si=84ybz-fV0UM0UI7G

 

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