और आहिस्ता कीजिये बातें

और आहिस्ता कीजिये बातें – Aur Aahista Kijiye Baaten – Pankaj Udhas

और आहिस्ता कीजिए बातें एक ऐसा गाना है जो अपनी मधुर धुन और भावुक गायकी के कारण श्रोताओं के दिलों में एक खास स्थान रखता है। इस गाने को गाया है प्रसिद्ध गायक पंकज उधास ने, और इसके बोल लिखे हैं मशहूर शायर जनाब ज़फर गोरखपुरी ने। इस गाने की गहराई, संगीत और बोल मिलकर एक अनूठा संगीत अनुभव प्रस्तुत करते हैं। आइए, इस गाने के हर पहलू को विस्तार से जानें।

पंकज उधास की भावपूर्ण गायकी

पंकज उधास की आवाज़ ग़ज़ल और हिंदी संगीत में एक महत्वपूर्ण स्थान रखती है। और आहिस्ता कीजिए बातें गाने में उन्होंने अपनी आवाज़ की मिठास और भावनात्मकता को बखूबी दर्शाया है। पंकज उधास की गायकी में एक खास प्रकार की कोमलता और संवेदनशीलता होती है, जो गाने के हर शब्द को जीवंत बनाती है।

उनकी गायकी की विशेषता यह है कि वे गाने की भावनाओं को पूरी तरह से आत्मसात कर लेते हैं और अपने स्वर के माध्यम से उन्हें व्यक्त करते हैं। पंकज उधास की आवाज़ गाने को एक गहरा और दिल छूने वाला अनुभव प्रदान करती है।

जनाब ज़फर गोरखपुरी के भावपूर्ण बोल

जनाब ज़फर गोरखपुरी ने इस गाने के बोल को बहुत ही सुंदर और संवेदनशील तरीके से लिखा है। उनके शब्द गाने की गहराई और भावनात्मकता को बहुत ही सजीव तरीके से व्यक्त करते हैं। और आहिस्ता कीजिए बातें के बोल प्रेम और दिल की गहराई को सुंदर तरीके से दर्शाते हैं।

गाने की लोकप्रियता और प्रभाव

और आहिस्ता कीजिए बातें गाना ने अपने संगीत, गायकी, और बोलों के कारण एक विशेष स्थान प्राप्त किया है। पंकज उधास की भावपूर्ण आवाज़ और जनाब ज़फर गोरखपुरी के सुंदर बोल इस गाने को एक अमूल्य कृति बनाते हैं।

यह गाना प्रेम और दिल की गहराई को बहुत ही सुंदर तरीके से प्रस्तुत करता है, जिससे श्रोताओं को एक गहरी आत्मीयता का अनुभव होता है। इस गाने की गायकी, संगीत, और बोल श्रोताओं को एक अविस्मरणीय संगीत अनुभव प्रदान करते हैं।

और आहिस्ता कीजिये बातें
और आहिस्ता कीजिये बातें

और आहिस्ता कीजिये बातें – Aur Aahista Kijiye Baaten Song Credits

  • Movie/Album: जश्न
  • Year : 2006
  • Lyrics By: जनाब ज़फर गोरखपुरी
  • Performed By: पंकज उदास

और आहिस्ता कीजिये बातें – Aur Aahista Kijiye Baaten Lyrics in Hindi

और आहिस्ता कीजिये बातें
धड़कने कोई सुन रहा होगा
लफ्ज़ गिरने ना पाए होठों से
वक़्त के हाथ इनको चुन लेंगे
कान रखते हैं ये दर-ओ-दीवार
राज़ की सारी बात सुन लेंगे
और आहिस्ता कीजिये बातें…

ऐसे बोलो कि दिल का अफसाना
दिल सुने और निगाह दोहराए
अपने चारों तरफ की ये दुनिया
साँस का शोर भी
ना सुन पाए, ना सुन पाए
और आहिस्ता कीजिये बातें…

आइये बंद कर लें दरवाज़े
रात सपने चुरा न ले जाए
कोई झोंका हवा का आवारा
दिल ही की बातों को उड़ा
न ले जाये, न ले जाये
और आहिस्ता कीजिये बातें…

आज इतने करीब आ जाओ
दूरियों का कहीं निशां न रहे
ऐसे एक-दूसरे में गुम हो जाएँ
फासला कोई दरमियाँ
न रह जाये, न रह जाये
और आहिस्ता कीजिये बातें…

और आहिस्ता कीजिये बातें – Aur Aahista Kijiye Baaten

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