मुझे फिर वही याद…

मुझे फिर वही याद – Mujhe Phir Wahi Yaad – Hariharan

परिचय

“मुझे फिर वही याद” गीत को भारत के मशहूर गायक हरिहरन ने अपनी सुरीली आवाज़ में गाया है। इस गीत की खासियत इसकी गहन भावनात्मकता और संगीत की मधुरता है, जो श्रोताओं के दिलों में सीधे उतर जाती है। ख़ुमार बाराबंकवी द्वारा लिखे गए इसके बोल श्रोताओं को एक अनूठी प्रेमकहानी का अहसास दिलाते हैं।

गीत की पृष्ठभूमि और महत्त्व

हरिहरन भारतीय संगीत उद्योग के सबसे प्रतिष्ठित गायकों में से एक हैं। उनकी आवाज़ का जादू इस गीत में पूरी तरह से महसूस किया जा सकता है। यह गीत उनकी बेहतरीन गायन शैली और भावनाओं को संगीत के माध्यम से व्यक्त करने की अद्भुत क्षमता को दर्शाता है। “मुझे फिर वही याद” एक ऐसा गीत है जो श्रोताओं को अतीत की यादों में वापस ले जाता है और उन्हें प्रेम के उन लम्हों का अनुभव कराता है, जो कभी भुलाए नहीं जा सकते।

ख़ुमार बाराबंकवी के बोलों का जादू

इस गीत के बोल प्रसिद्ध उर्दू शायर ख़ुमार बाराबंकवी ने लिखे हैं। उनकी कविता की विशेषता यह है कि वे सरलता के साथ गहरे भावों को व्यक्त करते हैं। इस गीत में उन्होंने प्रेम, बिछड़न, और उन यादों को बेहद खूबसूरती से शब्दों में ढाला है, जो मनुष्य के दिल में सदा जीवित रहती हैं। उनके द्वारा लिखे गए शब्द सीधे दिल से जुड़ते हैं और श्रोताओं को भावनाओं के एक अलग संसार में ले जाते हैं।

हरिहरन की आवाज़ की जादूगरी

हरिहरन की आवाज़ की मिठास और उनकी गायन शैली ने इस गीत को और भी प्रभावशाली बना दिया है। वे गीत में हर शब्द को इतनी सजीवता के साथ प्रस्तुत करते हैं कि सुनने वाला हर भाव को महसूस कर सकता है। हरिहरन ने जिस तरह से इस गीत को गाया है, वह इसे केवल एक गाना नहीं, बल्कि एक अनुभव बना देता है।

संगीत और ध्वनि की संरचना

इस गीत का संगीत संयोजन भी बेमिसाल है। गीत में ध्वनि की लय और वाद्ययंत्रों का समन्वय इतना खूबसूरत है कि यह सुनने वालों को एक सुखद अनुभूति प्रदान करता है। संगीत में प्रयुक्त सॉफ्ट और हार्मोनिक सुर इस गीत को और भी मार्मिक बना देते हैं।

निष्कर्ष

“मुझे फिर वही याद” केवल एक गीत नहीं है, यह एक भावनात्मक यात्रा है जो श्रोता को अपने दिल की गहराइयों में ले जाती है। हरिहरन की आवाज़, ख़ुमार बाराबंकवी के भावपूर्ण बोल, और सुरीला संगीत इसे श्रोताओं के लिए एक अद्वितीय अनुभव बनाते हैं।

मुझे फिर वही याद
मुझे फिर वही याद

मुझे फिर वही याद – Mujhe Phir Wahi Yaad Song Details…

  • Movie/Album: गुलफ़ाम
  • Year : 1994
  • Music By: हरिहरन
  • Lyrics By: ख़ुमार बाराबंकवी
  • Performed By: हरिहरन

मुझे फिर वही याद – Mujhe Phir Wahi Yaad Song  Lyrics in Hindi

मुद्दतों ग़म पे ग़म उठाए हैं
तब कहीं जाकर मुस्कुराए हैं
एक निग़ाह-ए-ख़ुलूस की ख़ातिर
ज़िन्दगी भर फ़रेब खाए हैं

मुझे फिर वही याद आने लगे हैं
जिन्हें भूलने में ज़माने लगे हैं
मुझे फिर वही याद…

सुना है हमें वो भुलाने लगे हैं
तो क्या हम उन्हें याद आने लगे हैं
जिन्हें भूलने में…

ये कहना है उनसे मोहब्बत है मुझको
ये कहने में उनसे ज़माने लगे हैं
जिन्हें भूलने में…

क़यामत यक़ीनन क़रीब आ गई है
‘ख़ुमार’ अब तो मस्जिद में जाने लगे हैं
जिन्हें भूलने में…

मुझे फिर वही याद – Mujhe Phir Wahi Yaad Video Song …

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