रंग-बिरंगी राखी लेके – Rang Birangi Rakhi Lekar – Lata Mangeshkar
गीत का परिचय
‘रंग-बिरंगी राखी लेके आई बहना’ एक ऐसा गीत है जो भाई-बहन के पवित्र और अटूट रिश्ते को सजीव रूप में प्रस्तुत करता है। इस गीत को गाया है लता मंगेशकर ने, जिनकी आवाज़ भारतीय संगीत जगत में सदियों तक गूंजती रहेगी। इस गीत के संगीतकार हैं मदन मोहन, जो अपने सूक्ष्म और भावनात्मक संगीत के लिए जाने जाते हैं। गीत के बोल लिखे हैं राजा मेहदी अली खान ने, जो अपने सरल लेकिन गहरे शब्दों के लिए प्रसिद्ध थे।
संगीत की मधुरता
मदन मोहन के संगीत में एक विशिष्ट मिठास और सादगी है जो इस गीत को सुनने वालों के दिल में सीधे उतरती है। उन्होंने इस गीत के संगीत में सितार और बांसुरी जैसे वाद्य यंत्रों का बखूबी इस्तेमाल किया है, जो गीत को एक शास्त्रीय और लोक धुनों का अद्भुत मिश्रण बनाता है।
धुन की खासियत
इस गीत की धुन बहुत ही सरल और मनमोहक है, जो इसे यादगार बनाती है। मदन मोहन ने इस धुन को ऐसे तैयार किया है कि यह भाई-बहन के रिश्ते की मिठास और भावनात्मक गहराई को उभार सके।
लता मंगेशकर की आवाज़ का जादू
लता मंगेशकर की आवाज़ में वह मिठास और गहराई है जो इस गीत को सुनने के अनुभव को और भी खास बना देती है। उनकी आवाज़ में जो कोमलता और सजीवता है, वह गीत के भावों को पूरी तरह से उभार देती है।
स्वर की अद्वितीयता
लता मंगेशकर की आवाज़ में जो सौम्यता और भावनाओं की प्रबलता है, वह इस गीत की सबसे बड़ी विशेषता है। उनके गायन में वह स्वाभाविकता है जो हर सुनने वाले के दिल को छू जाती है।
गीत के बोलों की गहराई
राजा मेहदी अली खान ने इस गीत के बोल बहुत ही सरल लेकिन प्रभावशाली शब्दों में लिखे हैं। हर शब्द भाई-बहन के रिश्ते की मिठास और उनके अटूट बंधन को दर्शाता है।
शब्दों में छिपा भाव
गीत के बोलों में वह भावनात्मक गहराई है जो हर किसी के दिल को छू जाती है। “रंग-बिरंगी राखी लेके आई बहना” जैसे शब्द उस स्नेह और प्रेम को व्यक्त करते हैं जो राखी के त्योहार का सार है।
रक्षा बंधन के त्यौहार का विशेष गीत
यह गीत रक्षा बंधन के त्यौहार के साथ जुड़ा हुआ है, जो भाई-बहन के अटूट बंधन और स्नेह का प्रतीक है। इस गीत को सुनते ही त्यौहार की भावनाओं और यादों का ज्वार मन में उमड़ आता है।
समय की कसौटी पर खरा उतरा गीत
यह गीत समय की कसौटी पर खरा उतरा है और आज भी राखी के अवसर पर गाया और सुना जाता है। गीत की सरलता, मधुरता और भावनात्मकता इसे विशेष बनाती है।
समाप्ति
‘रंग-बिरंगी राखी लेके आई बहना’ सिर्फ एक गीत नहीं, बल्कि भाई-बहन के प्रेम और त्याग का एक जीवंत चित्रण है। यह गीत हर भाई-बहन के दिल में एक खास जगह रखता है और रक्षा बंधन के त्योहार का अहम हिस्सा बन चुका है
रंग-बिरंगी राखी लेके – Rang Birangi Rakhi Lekar Song Credits…
- Movie/Album: अनपढ़
- Year : (1962)
- Music By: मदन मोहन
- Lyrics By: राजा मेहदी अली खान
- Performed By: लता मंगेशकर
रंग-बिरंगी राखी लेके – Rang Birangi Rakhi Lekar Song Lyrics
रंग-बिरंगी राखी लेके आई बहना
राखी बँधवा ले मेरे वीर
मैं ना चाँदी, ना सोने के हार माँगूँ
अपने भईया का थोड़ा सा प्यार माँगूँ
थोड़ा सा प्यार माँगूँ, सोना हज़ार माँगूँ
इस राखी में प्यार छुपा ले लाई बहना
राखी बँधवाले मेरे वीर…
नीले अम्बर से तारे उतार लाऊँ
या मैं चँदा की किरणों के हार लाऊँ
किरणों के हार लाऊँ, हँस के बहार लाऊँ
प्यार के बदले बन बन के लहराई बहना
राखी बँधवाले मेरे वीर…
कभी भईया ये बहना न पास होगी
कहीं परदेस बैठी उदास होगी
बहना उदास होगी, मिलने की आस होगी
जाने कौन बिछड़ जाए कब भाई-बहना
राखी बँधवाले मेरे वीर…