हुस्न वालों का ख़ुदा…

हुस्न वालों का ख़ुदा – Husn Waalon Ka Khuda – Hariharan

हरिहरन: संगीत की दुनिया का एक अनमोल रत्न

‘हुस्न वालों का ख़ुदा’ गीत को मशहूर गायक हरिहरन ने अपनी मधुर आवाज़ में गाया है। हरिहरन का नाम भारतीय संगीत जगत में बड़े सम्मान से लिया जाता है। उन्होंने न केवल हिंदी बल्कि तमिल, तेलुगू, कन्नड़, मलयालम और मराठी जैसी विभिन्न भाषाओं में भी गाने गाए हैं। हरिहरन की आवाज़ में जो मधुरता और गहराई है, वह इस गीत को और भी ख़ास बनाती है।

फ़िल्म ‘रिफ्लेक्शंस’ (1987) का परिचय

1987 में आई फ़िल्म ‘रिफ्लेक्शंस’ ने भारतीय सिनेमा के इतिहास में एक ख़ास स्थान बनाया है। यह फ़िल्म अपनी अनोखी कहानी, शानदार अभिनय और संगीत के लिए जानी जाती है। ‘रिफ्लेक्शंस’ के संगीत में कुछ गाने ऐसे हैं जो आज भी लोगों के दिलों में बसे हुए हैं। इन्हीं में से एक है ‘हुस्न वालों का ख़ुदा’। इस गीत ने हर संगीत प्रेमी के दिल पर एक गहरी छाप छोड़ी है।

गीत के बोल: सईद राही की काव्यात्मकता

इस गीत के बोल लिखे हैं सईद राही ने। सईद राही भारतीय सिनेमा के एक प्रतिष्ठित गीतकार थे, जिनके लिखे हुए गाने आज भी संगीत प्रेमियों के दिलों में जीवित हैं। ‘हुस्न वालों का ख़ुदा’ के बोलों में जो काव्यात्मकता और भावनात्मक गहराई है, वह किसी को भी मोहित कर सकती है। यह गीत राही की रचनात्मकता और उनके शब्दों की जादूगरी का एक बेहतरीन उदाहरण है।

गीत का संगीत: एक आत्मीय अनुभव

‘हुस्न वालों का ख़ुदा’ गीत का संगीत भी उतना ही प्रभावशाली है जितना कि इसके बोल और गायन। इस गीत का संगीत संयोजन एक आत्मीय अनुभव प्रदान करता है। संगीत के विभिन्न सुरों का संयोजन इस गीत को एक नई ऊंचाई पर ले जाता है। इस गीत में मेलोडी और भावनाओं का अद्वितीय संगम है, जो इसे सुनने वालों को एक अलग ही दुनिया में ले जाता है।

गीत के शब्दों का विश्लेषण

इस गीत में प्रयुक्त शब्दों का चयन बेहद सूक्ष्मता और संवेदनशीलता से किया गया है। ‘हुस्न वालों का ख़ुदा’ गीत में प्रेम, सौंदर्य और ईश्वर की आराधना का एक अनूठा संगम देखने को मिलता है। गीत के शब्द सीधे दिल से जुड़े हुए हैं और सुनने वाले को भावनाओं के सागर में गोते लगाने पर मजबूर कर देते हैं। गीत का हर शब्द और वाक्य प्रेम की गहराईयों को उकेरता है।

गीत का संदेश: प्रेम और सौंदर्य की आराधना

‘हुस्न वालों का ख़ुदा’ गीत में प्रेम और सौंदर्य की आराधना की गई है। इस गीत के माध्यम से यह संदेश दिया गया है कि प्रेम और सौंदर्य ही इस दुनिया के असली ख़ुदा हैं। यह गीत प्रेम के पवित्र स्वरूप की महत्ता को दर्शाता है और यह बताता है कि प्रेम ही जीवन का वास्तविक उद्देश्य है।

हरिहरन की गायकी की विशेषताएँ

हरिहरन की गायकी में जो भावनात्मक गहराई है, वह इस गीत को और भी प्रभावशाली बनाती है। उनकी आवाज़ में जो मधुरता है, वह इस गीत को सुनने वालों के दिलों को छू लेती है। हरिहरन की गायकी में जो सहजता और सौंदर्य है, वह इस गीत को एक अद्वितीय बना देती है। उनकी आवाज़ में जो भावनात्मक अपील है, वह इस गीत को अमर बना देती है।

सईद राही के शब्दों की जादूगरी

सईद राही के शब्दों में जो जादू है, वह इस गीत को एक अलग ही मुकाम पर ले जाता है। उनके द्वारा चुने गए शब्दों में जो गहराई और संवेदनशीलता है, वह इस गीत को और भी खास बना देती है। राही के शब्दों में जो भावनात्मक अपील है, वह इस गीत को अमर बना देती है। उनके शब्दों में जो काव्यात्मकता है, वह इस गीत को सुनने वालों के दिलों में एक गहरी छाप छोड़ती है।

संगीत की आत्मीयता

इस गीत का संगीत संयोजन भी अत्यधिक प्रभावशाली है। संगीत के सुरों में जो आत्मीयता है, वह इस गीत को एक अलग ही ऊंचाई पर ले जाती है। संगीत के माध्यम से इस गीत में जो भावनात्मक गहराई व्यक्त की गई है, वह इस गीत को सुनने वालों के दिलों में एक गहरी छाप छोड़ती है। संगीत के सुरों में जो माधुर्य है, वह इस गीत को और भी खास बना देता है।

निष्कर्ष: ‘हुस्न वालों का ख़ुदा’ गीत की महत्ता

‘हुस्न वालों का ख़ुदा’ गीत न केवल एक अद्वितीय संगीत अनुभव है बल्कि यह एक ऐसा गीत है जो सुनने वालों के दिलों में एक गहरी छाप छोड़ता है। हरिहरन की मधुर आवाज़, सईद राही के शानदार बोल और संगीत की आत्मीयता, सभी मिलकर इस गीत को एक अमर कृति बनाते हैं। यह गीत न केवल ‘रिफ्लेक्शंस’ फ़िल्म का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है बल्कि यह भारतीय संगीत के खजाने में एक अनमोल रत्न के रूप में जाना जाएगा।

हुस्न वालों का ख़ुदा
हुस्न वालों का ख़ुदा

हुस्न वालों का ख़ुदा – Husn Waalon Ka Khuda Song Deatils…

  • Movie/Album: रिफ्लेक्शंस
  • Year : 1987
  • Music By: रिफ्लेक्शंस
  • Lyrics By: सईद राही
  • Performed By: हरिहरन

हुस्न वालों का ख़ुदा – Husn Waalon Ka Khuda Lyrics in Hindi

हुस्न वालों का ख़ुदा लगता है
यार तू सबसे जुदा लगता है
हुस्न वालों का…

ऐसा क्या है तेरी अंगड़ाई में
तू मुझे रोज़ नया लगता है
यार तू…

झील सी तेरी हसीं ऑंखों में
ख़्वाब मेरा ही सजा लगता है
यार तू…

न दुआ है न कोई ख़त न सलाम
वो ज़रा मुझसे ख़फ़ा लगता है
यार तू…

दरमयाँ उसके मेरे ऐ ‘राही’
कोई बोले तो बुरा लगता है
यार तू…

हुस्न वालों का ख़ुदा – Husn Waalon Ka Khuda Video Song … 

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