उस मुल्क की सरहद को -Us Mulk Ki Sarhad Ko
“उस मुल्क की सरहद को कोई छू नहीं सकता” एक प्रसिद्ध हिंदी देशभक्ति गीत है जो भारतीय जनता के दिलों में विशेष स्थान रखता है। यह गीत न केवल अपनी मधुर धुन और गहरे बोलों के लिए मशहूर है, बल्कि इसके पीछे छुपी भावनाओं और संदेश के कारण भी याद किया जाता है।
उस मुल्क की सरहद को कोई छू नहीं सकता
उस मुल्क की सरहद को -Us Mulk Ki Sarhad Ko, Song Details…
- Movie/Album: Aankhen
- Year : 1968
- Music By: Ravi
- Lyrics By: Sahir Ludhianvi
- Performed By: Mohammed Rafi
उस मुल्क की सरहद को -Us Mulk Ki Sarhad Ko Lyrics in Hindi
उस मुल्क की सरहद को कोई छू नहीं सकता
जिस मुल्क की सरहद की निगेहबान है आँखें
हर तरह के जज़्बात का ऐलान हैं आँखें
शबनम कभी, शोला कभी, तूफ़ान है आँखें
आँखों से बड़ी कोई तराज़ू नहीं होती
तुलता है बशर जिसमें वो मीज़ान है आँखें
आँखें ही मिलाती हैं ज़माने में दिलों को
अनजान हैं हम-तुम, अगर अनजान है आँखें
लब कुछ भी कहें, उससे हक़ीक़त नहीं खुलती
इंसान के सच-झूठ की पहचान है आँखें
आँखें न झुकें तेरी किसी ग़ैर के आगे
दुनिया में बड़ी चीज़, मेरी जान है आँखें
उस मुल्क की सरहद को कोई छू नहीं सकता
जिस मुल्क की सरहद की निगेहबान है आँखें