जिस देश में गंगा रहता है – Jis Desh Mein Ganga Rehta Hai
परिचय
जिस देश में गंगा रहता है अपनी सुरीली धुन और गहरे शब्दों के माध्यम से बहुत से लोगों के दिलों में एक विशेष स्थान बना चुका है। यह लेख इस आदर्श गाने की यात्रा को अन्यों के साथ एक फ़िल्म के रूप में परिणत करते हुए, भारतीय संस्कृति के रोमांचक किस्से और गंगा नदी के महत्व को समझाता है।
गाना “जिस देश में गंगा रहता है” 2000 के दशक में उत्पन्न हुआ, जिसे प्रमुख गीतकारों ने लिखा था जब बॉलीवुड में सांस्कृतिक पुनरुत्थान का समय था।
जिस देश में गंगा रहता है – Jis Desh Mein Ganga Rehta Hai, Song Details…
- Movie/Album: जिस देश में गंगा रहता है
- Year : 2000
- Music By: आनंद राज आनंद
- Lyrics By: देव कोहली
- Performed By: अभिजीत
जिस देश में गंगा रहता है – Jis Desh Mein Ganga Rehta Hai Lyrics in Hindi
भाभी कंगन खनकाती है
और माँ लोरियाँ गाती है
मद्धम-मद्धम सी पवन चले
कोयलिया गीत सुनाती है
बच्चा वहाँ आज भी चाँद को
चंदामामा कहता है
जिस देश में गंगा रहता है
जिस देश में गंगा रहता है
भाभी कंगन खनकाती…
गाँव का पनघट, पनघट का पानी
भरे गगरिया कोई दीवानी
ठंडी-ठंडी पुरवाई में मीठी-मीठी खुशबू
मत पूछो उस खुशबू में होता है कैसा जादू
जादू ऐसा होता है के हर कोई झूमता रहता है
जिस देश में गंगा रहता है
भाभी कंगन खनकाती…
दिल में बसा कर गाँव की ममता
शहर में आया मैं जोगी रमता
सुख-दुःख सारे मान कर और उनको अपना कर
तरह-तरह के नातों से घर बन जाता है सुन्दर
पल-पल सच्चे रिश्तों का वहाँ प्यार बरसता रहता है
जिस देश में गंगा रहता है
भाभी कंगन खनकाती…
जिस देश में गंगा रहता है – Jis Desh Mein Ganga Rehta Hai, Video Song …