कोई भीगा है रंग से – Koi Bheega Hai Rang Se – Sonu Nigam & Alka Yagnik
“कोई भीगा है रंग से” गीत फिल्म “मुंबई से आया मेरा दोस्त” (2003) का है। इस गाने में संगीत अनु मलिक ने दिया है, और इसके बोल समीर ने लिखे हैं। इस गीत को सोनू निगम और अलका याग्निक ने गाया है।
गीत के बोल और संगीत की खूबसूरती इसे एक खास मुकाम पर ले जाती है। अनु मलिक के संगीत निर्देशन में यह गीत अपनी मस्ती और रोमांटिक भावनाओं के लिए जाना जाता है। सोनू निगम और अलका याग्निक की आवाज़ ने इस गीत में जान डाल दी है, जो इसे सुनने वालों के दिलों को छू लेती है।
यह गीत होली के रंगों और प्रेम की मधुरता को दर्शाता है। गाने के बोल में रंगों की बौछार और प्रेमी-प्रेमिका के बीच की मस्ती को बहुत ही सुंदर तरीके से प्रस्तुत किया गया है। समीर ने शब्दों के माध्यम से भावनाओं को इतने सुंदर तरीके से व्यक्त किया है कि सुनने वाले खुद को उसी माहौल में महसूस करते हैं।
अगर आप इस गीत को सुनना चाहते हैं, तो इसे यूट्यूब या अन्य संगीत स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म पर खोज सकते हैं। यह गीत आपको होली के त्यौहार और उसमें छुपी खुशियों की याद दिला देगा।
कोई भीगा है रंग से – Koi Bheega Hai Rang Se , Song Details …
- Movie/Album: मुंबई से आया मेरा दोस्त
- Year : 2003
- Music : अनु मालिक
- Lyrics : समीर
- Performed : सोनू निगम, अलका याग्निक
कोई भीगा है रंग से – Koi Bheega Hai Rang Se Lyrics in Hindi
कोई भीगा है रंग से, कोई भीगा उमंग से
कोई भीगा है तरंग से, कोई भीगा है भंग से
ढोलना प्रीत की बोलियाँ बोलना
तेरी झाँझरी झुन-झुन करे दिल का भ्रमर गुन-गुन करे
ऐसे ना दे गाली मुझे आई यहाँ रंगने तुझे
मस्तों की टोली रे
आया परदेसी आया ऐसी सौग़ात लाया
धूम जिसकी मची गाँव में
गाये जोगीरा गाये, नाचे सबको नचाये
बिना घुँघरू बाँधे पाँव में
झूमे ज़मीं, झूमें गगन
आई ख़ुशी सब हैं मगन
बेचैन मन पागल है तन
देखे मुझे मारे गुलबदन
नैनों से गोली रे
म्हारे सपणों की डोली चोरी-चोरी सजा दे
गोरी छोरी बजा दे कँगना
म्हारा बईयाँ मरोड़े, म्हारी चूड़ी को तोड़े
म्हारा पल्लू ना छोड़े साजणा
थोड़ा तुझे तरसाऊँगा, थोड़ा तुझे तड़पाऊँगा
सेहरा सजा के आऊँगा, फागुन में ले जाऊँगा
मैं थारी डोली