दुश्मन ना करे ….

दुश्मन ना करे – Dushman Na Kare -Lata Mangeshkar, Amit Kumar

परिचय

क्या आपने कभी ऐसा गाना सुना है जो सीधे दिल को छू जाए? “दुश्मन ना करे” ऐसा ही एक गाना है। फिल्म “आख़िर क्यूँ?” का यह गाना 1985 में रिलीज़ हुआ था और आज भी इसकी धुन और बोल हमें वही पुरानी यादों में ले जाते हैं। यह गाना न केवल अपने समय का हिट था बल्कि आज भी इसे बहुत पसंद किया जाता है।

फिल्म “आख़िर क्यूँ?” एक ड्रामा फिल्म है, जो रिश्तों और समाज के विभिन्न पहलुओं को दर्शाती है। इस फिल्म में राजेश खन्ना, स्मिता पाटिल, और टीना मुनीम जैसे बड़े सितारों ने मुख्य भूमिकाएँ निभाई हैं। कहानी एक महिला की है जो अपने पति के धोखे के बाद खुद को नई ज़िन्दगी में ढालती है।

“दुश्मन ना करे” गाने के बोल इंदीवर ने लिखे हैं और इसका संगीत राजेश रोशन ने दिया है। इस गाने को लता मंगेशकर और अमित कुमार ने अपनी मधुर आवाज़ में गाया है। दोनों गायकों की जुगलबंदी ने इस गाने को अमर बना दिया है।

इस गाने के बोलों में दिल की गहराईयों को छूने वाली बातें हैं। “दुश्मन ना करे, दोस्त ने वो काम किया है” – यह पंक्ति सीधे दिल में उतर जाती है। यह गाना दर्द, धोखा और विश्वासघात के भावों को बहुत सुंदरता से व्यक्त करता है।

जब यह गाना रिलीज़ हुआ, तब इसने धूम मचा दी थी। दर्शकों ने इसे हाथों हाथ लिया और यह गाना बहुत जल्द ही चार्टबस्टर बन गया। इसकी लोकप्रियता का एक मुख्य कारण इसके बोल और संगीत था, जो सीधे दिल को छूते थे।

राजेश रोशन की जोड़ी ने इस गाने में अपनी पूरी कला का प्रदर्शन किया है। संगीत में जो गहराई और भावनाएँ हैं, वे श्रोताओं को गाने के साथ जोड़ देती हैं। इस गाने का संगीत इतना सटीक और मधुर है कि इसे सुनते ही दिल खुश हो जाता है।

इंदीवर एक बहुत ही प्रतिभाशाली गीतकार थे। उनके लिखे हुए गानों में हमेशा एक गहराई और सच्चाई होती थी। “दुश्मन ना करे” गाने में भी उन्होंने अपने कलम की ताकत दिखाई है। उनके अन्य प्रमुख गानों में “कोरा कागज़ था ये मन मेरा” और “हज़ार राहें” शामिल हैं।

दुश्मन ना करे ....
दुश्मन ना करे ….

दुश्मन ना करे – Dushman Na Kare, Song Details…

  • Movie/Album: आख़िर क्यूँ?
  • Year : 1985
  • Music By: राजेश रोशन
  • Lyrics By: इन्दीवर
  • Performed By: लता मंगेशकर, अमित कुमार

दुश्मन ना करे – Dushman Na Kare Lyrics in Hindi

दुश्मन न करे दोस्त ने वो काम किया है
उम्र भर का ग़म हमें ईनाम दिया है
दुश्मन न करे…

तूफ़ाँ में हमको छोड़ के साहिल पे आ गए
नाख़ुदा का हमने इन्हें नाम दिया है
उम्र भर का…
दुश्मन न करे

पहले तो होश छीन लिए ज़ुल्म-ओ-सितम से
दीवानगी का फिर हमें इल्ज़ाम दिया है
उम्र भर का…
दुश्मन न करे

अपने ही गिराते हैं नशेमन पे बिजलियाँ
ग़ैरों ने आके फिर भी उसे थाम लिया है
उम्र भर का…
दुश्मन न करे

बन कर रक़ीब बैठे हैं वो जो हबीब थे
यारों ने ख़ूब फ़र्ज़ को अंजाम दिया है
उम्र भर का…
दुश्मन न करे…

दुश्मन ना करे – Dushman Na Kare , Video Song…

 

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