मितवा बोले मीठे बैन – Mitwa Bole Meethe Bain – Bhupinder Singh
मितवा बोले मीठे बैन : गाने का संक्षिप्त परिचय
फिल्म परिचय का गीत “मितवा बोले मीठे बैन” 1972 में रिलीज़ हुआ था। इस गाने को आवाज़ दी है भूपिंदर सिंह ने, संगीतबद्ध किया है आर.डी.बर्मन ने और इसके बोल लिखे हैं गुलज़ार ने। यह गीत अपनी मधुरता और शब्दों की गहराई के कारण आज भी लोगों के दिलों में बसा हुआ है।
गीत के संगीतकार: आर.डी.बर्मन
आर.डी.बर्मन भारतीय सिनेमा के सबसे प्रभावशाली संगीतकारों में से एक थे। उनका संगीत आज भी लोकप्रिय है और उनके गानों की धुनें समय के साथ अमर हो गई हैं। “मितवा बोले मीठे बैन” उनकी संगीत निर्देशन का एक अद्भुत उदाहरण है।
गीत के गीतकार: गुलज़ार
गुलज़ार भारतीय सिनेमा के सबसे प्रतिष्ठित और सम्मानित गीतकारों में से एक हैं। उनकी लेखनी में जो सादगी और गहराई होती है, वह अद्वितीय है।
गुलज़ार की लेखनी का जादू
गुलज़ार के शब्दों में एक विशेष प्रकार का जादू होता है। उनके द्वारा लिखा गया हर गीत एक कहानी कहता है और दिल को छू जाता है। “मितवा बोले मीठे बैन” भी इससे अलग नहीं है।
गाने का महत्व और लोकप्रियता
“मितवा बोले मीठे बैन” अपने समय का एक हिट गाना था और आज भी इसकी मधुरता और भावनात्मक गहराई के कारण यह लोगों की पसंद बना हुआ है। यह गाना अक्सर रेडियो और टीवी पर सुनाई देता है और इसकी धुन हर किसी के दिल को छू जाती है।
गाने के बोल और उनकी विशेषताएँ
गाने के बोल सरल, लेकिन बेहद प्रभावशाली हैं। गुलज़ार के शब्दों ने गाने को एक विशेष ऊँचाई दी है।
मितवा बोले मीठे बैन के शब्दों का विश्लेषण
इस गाने के बोल प्रेम और मधुरता का प्रतीक हैं। शब्दों में छुपी भावना और उनकी प्रस्तुति बेहद शानदार है।
गाने की धुन और संगीत की बारीकियाँ
आर.डी.बर्मन ने इस गाने की धुन को इस तरह से तैयार किया है कि वह सुनने वालों को सीधे दिल से जोड़ देती है।
फिल्म में गाने का स्थान
फिल्म “परिचय” में इस गाने का स्थान बहुत महत्वपूर्ण है। यह गाना कहानी को आगे बढ़ाने और भावनाओं को व्यक्त करने में सहायक है।
मितवा बोले मीठे बैन
मितवा बोले मीठे बैन – Mitwa Bole Meethe Bain Song Details
- Movie/Album: परिचय
- Year : 1972
- Music By: आर.डी.बर्मन
- Lyrics By: गुलज़ार
- Performed By: भूपिंदर सिंह
मितवा बोले मीठे बैन – Mitwa Bole Meethe Bain Lyrics in Hindi
मितवा मितवा बोले मीठे बैन
साँवरे कजरारे नैन
मितवा बोले मीठे बैन
सोएँ तो साँझ बुलाये
जागें तो भोर करें
साँसे लेते नैन
मितवा तेरे नैन
मितवा बोले मीठे बैन
प्यासा आज भी तरसे
बरसों सावन बरसे
छलके तेरे नैन
मितवा बोले मीठे बैन…