तू कितनी अच्छी है – Tu Kitni Achchhi Hai माँ के प्रति समर्पित एक अमर गीत- Lata Mangeshkar
“तू कितनी अच्छी है” गीत: माँ की महिमा का बखान
1968 की फिल्म “राजा और रंक” का गीत “तू कितनी अच्छी है” माँ के प्रति समर्पित एक ऐसा अमर गीत है, जो हर किसी के दिल को छू लेता है। इस गीत को लता मंगेशकर ने अपनी मधुर आवाज़ में गाया है। संगीतकार लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल की जोड़ी ने इस गीत को संगीतबद्ध किया है, और इसके बोल आनंद बक्षी ने लिखे हैं।
गीत के बोल: माँ की महिमा का वर्णन
“तू कितनी अच्छी है” गीत के बोल आनंद बक्षी ने बहुत ही खूबसूरती से लिखे हैं। इस गीत में माँ के त्याग, प्रेम और देखभाल का वर्णन किया गया है। गीत के हर शब्द में माँ के प्रति बच्चे का आदर और प्रेम झलकता है। यह गीत हर उस व्यक्ति के दिल को छूता है जिसने अपनी माँ का प्यार और स्नेह महसूस किया है।
लता मंगेशकर की आवाज़: गीत की आत्मा
लता मंगेशकर की आवाज़ इस गीत की आत्मा है। उनकी मधुर और भावपूर्ण आवाज़ ने इस गीत को अमर बना दिया है। लता मंगेशकर ने अपनी आवाज़ में इतनी गहराई और भावनाएं भरी हैं कि सुनने वाला हर व्यक्ति इस गीत से जुड़ाव महसूस करता है। उनकी आवाज़ में वह मिठास और संवेदना है जो इस गीत को और भी खास बनाती है।
संगीत: लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल की जादुई धुनें
लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल की जोड़ी ने इस गीत को बहुत ही मधुर और दिलकश धुनों से सजाया है। संगीत का प्रत्येक स्वर और ताल इस गीत को एक अद्वितीय अनुभव बनाता है। संगीत का संयोजन और लता मंगेशकर की आवाज़ का मेल इस गीत को एक अमर रचना बनाता है।
गीत के भाव: माँ के प्रति आदर और प्रेम
इस गीत में माँ के प्रति गहरे भाव और आदर व्यक्त किए गए हैं। गीत में बताया गया है कि माँ कितनी अच्छी और प्यारी होती है। माँ का त्याग और समर्पण इस गीत के हर शब्द में झलकता है। यह गीत हमें याद दिलाता है कि माँ का प्रेम और देखभाल हमारे जीवन का सबसे बड़ा उपहार है।
गीत का प्रभाव: दिल को छू लेने वाला अनुभव
“तू कितनी अच्छी है” गीत का प्रभाव इतना गहरा है कि यह हर सुनने वाले के दिल में एक खास जगह बना लेता है। यह गीत हमें हमारी माँ के प्रति और अधिक प्रेम और आदर व्यक्त करने के लिए प्रेरित करता है। इस गीत को सुनकर हर कोई अपनी माँ की याद में खो जाता है और उनके प्रति अपने भावों को महसूस करता है।
निष्कर्ष
“तू कितनी अच्छी है” गीत 1968 की फिल्म “राजा और रंक” का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। लता मंगेशकर की मधुर आवाज़, लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल का संगीत और आनंद बक्षी के खूबसूरत बोल इस गीत को अमर बनाते हैं। यह गीत हमें माँ के प्रति हमारे प्रेम और आदर को व्यक्त करने की प्रेरणा देता है। माँ का प्यार, देखभाल और त्याग हमारे जीवन का सबसे बड़ा खजाना है और हमें इसे हमेशा संजो कर रखना चाहिए।
तू कितनी अच्छी है – Tu Kitni Achchhi Hai Song Details
- Movie/Album: राजा और रंक
- Year : 1968
- Music By: लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल
- Lyrics By: आनंद बक्षी
- Performed By: लता मंगेशकर
तू कितनी अच्छी है – Tu Kitni Achchhi Hai Lyrics in Hindi
तू कितनी अच्छी है
तू कितनी भोली है
प्यारी-प्यारी है
ओ माँ, ओ माँ
ये जो दुनिया है
ये बन है काँटों का
तू फुलवारी है
ओ माँ, ओ माँ
तू कितनी अच्छी है…
दूखन लागी है माँ तेरी अँखियाँ
मेरे लिए जागी है तू सारी-सारी रतियाँ
मेरी निंदिया पे, अपनी निंदिया भी, तूने वारी है
ओ माँ, ओ माँ
तू कितनी अच्छी है…
अपना नहीं तुझे सुख-दुख कोई
मैं मुस्काया, तू मुस्काई, मैं रोया, तू रोई
मेरे हँसने पे, मेरे रोने पे
तू बलिहारी है
ओ माँ, ओ माँ
तू कितनी अच्छी है…
माँ बच्चों की जां होती है
वो होते हैं क़िस्मत वाले जिनके माँ होती है
कितनी सुन्दर है, कितनी शीतल है
न्यारी-न्यारी है
ओ माँ, ओ माँ
तू कितनी अच्छी है…