मुंह देखने वालों के लिए – Muh Dekhne Waalon Ke Liye -Hariharan
परिचय
“मुंह देखने वालों के लिए” एक ऐसा गीत है जो शायरी की गहराई और संगीत की मधुरता का बेहतरीन संगम है। इस गीत में हरिहरन ने न केवल अपनी गायकी का जादू बिखेरा है बल्कि संगीत की रचना भी स्वयं की है। बशीर बद्र के शायराना बोलों ने इस गीत को और भी दिलचस्प बना दिया है। यह गीत एक सशक्त संदेश देता है और अपनी सरलता के साथ दिल को छूने वाली भावना व्यक्त करता है।
संगीत: हरिहरन का अनूठा संगीत निर्देशन
हरिहरन न केवल एक महान गायक हैं, बल्कि वे एक शानदार संगीतकार भी हैं। इस गीत में उनका संगीत शांत, सरल और मधुर है, जो श्रोता को एक शांतिपूर्ण अनुभव प्रदान करता है। संगीत की धुनें बेहद संवेदनशील हैं और गीत के बोलों को गहराई से संवारती हैं। हरिहरन ने इस गीत में संगीत को इस प्रकार रचा है कि श्रोताओं को गीत के हर पहलू में एक अलग अनुभव मिलता है।
संगीत का हर नोट एक भावनात्मक यात्रा का हिस्सा लगता है, जिसमें श्रोताओं को स्वयं की आत्मा के करीब ले जाने की शक्ति है।
गायकी: हरिहरन की अनोखी आवाज़
हरिहरन की आवाज़ में जो मिठास और गहराई है, वह इस गीत को विशेष बना देती है। हरिहरन का गायन शैली गीत के शायराना बोलों में जान डाल देता है। उनकी आवाज़ की सादगी और स्पष्टता इस गीत को एक नई ऊंचाई पर ले जाती है। श्रोता हरिहरन की आवाज़ में वह करुणा और एहसास महसूस करते हैं, जो इस गीत के संदेश को और भी प्रभावशाली बनाता है।
हरिहरन का गायन श्रोताओं को गीत की भावनाओं से गहराई से जोड़ता है, जिससे वे स्वयं को इस गीत का हिस्सा महसूस करते हैं।
बोल: बशीर बद्र की गहरी शायरी
बशीर बद्र भारतीय शायरी के एक प्रमुख शायर हैं, जिनकी शायरी में हमेशा एक खास गहराई और संवेदनशीलता होती है। “मुंह देखने वालों के लिए” गीत के बोल इस बात का प्रमाण हैं कि बशीर बद्र की लेखनी कितनी प्रभावशाली और मार्मिक है। गीत के बोल सरल होते हुए भी गहरी भावनाओं से भरे हैं। यह गीत हमें जीवन की सच्चाइयों का एहसास दिलाता है और उन लम्हों की ओर इंगित करता है जो सामान्यतः अनदेखी रह जाते हैं।
बशीर बद्र की शायरी में जो फिलॉसफी और सादगी है, वह श्रोताओं को सोचने पर मजबूर करती है।
संगीत संयोजन और शायरी की भूमिका
हरिहरन के संगीत और बशीर बद्र की शायरी के संयोजन ने इस गीत को एक नया रूप दिया है। हरिहरन के संगीत का संयम और बशीर बद्र की शायरी की गहराई ने मिलकर इस गीत को एक उत्कृष्ट कृति बना दिया है।
इस गीत का संगीत और शायरी श्रोताओं को एक ऐसी मानसिक स्थिति में ले जाते हैं, जहां वे स्वयं की भावनाओं और विचारों के साथ एक गहरा संबंध महसूस करते हैं।
निष्कर्ष
“मुंह देखने वालों के लिए” एक गीत नहीं, बल्कि एक गहरा अनुभव है। हरिहरन की गायकी, उनका संगीत और बशीर बद्र की शायरी का मेल इस गीत को एक अमर रचना बनाता है। यह गीत जीवन के उन अनदेखे पहलुओं की ओर इशारा करता है जिन्हें हम अक्सर अनदेखा कर देते हैं। हरिहरन और बशीर बद्र की यह रचना श्रोताओं को न केवल संगीत की सुंदरता से जोड़ती है बल्कि जीवन के गहरे अर्थों से भी परिचित कराती है।
मुंह देखने वालों के लिए – Muh Dekhne Waalon Ke Liye Song Details…
- Movie/Album: रिफ्लेक्शंस
- Year : 1987
- Music By: हरिहरन
- Lyrics By: बशीर बद्र
- Performed By: हरिहरन
मुंह देखने वालों के लिए – Muh Dekhne Waalon Ke Liye Song Lyrics in Hindi
मुंह देखने वालों के लिए जाम नहीं है
मासूम फरिश्तों का यहाॅं काम नहीं है
मुंह देखने वालों…
कहते हैं अनोखी है मोहब्बत की कहानी
आग़ाज़ ही आग़ाज़ है अंजाम नहीं है
मासूम फरिश्तों…
पढ़ने नहीं देता मुझे हाथों की लकीरें
क्या उसकी हथेली पे मेरा नाम नहीं है
मासूम फरिश्तों…
बारिश नहीं धो पाई तेरी याद को दिल से
दीवार पे लिखा हुआ ये नाम नहीं है
मासूम फरिश्तों…
मुंह देखने वालों के लिए – Muh Dekhne Waalon Ke Liye Video Song …