मुंह झौसी के लिरिक्स इन हिंदी(Muh Jhausi Song in Hindi)
मुंह झौसी के लिरिक्स: गाने का महत्व
गाने एक ऐसा साधन है जो हमें अनगिनत भावनाओं और विचारों को एकत्र करने की क्षमता प्रदान करता है। “मुंह झौसी के” एक ऐसा गीत है जिसने समाज में भावनाओं को गहराई से समझाया है। गाने के शब्दों को लाइन दर लाइन विश्लेषण करते हैं, हमें उनके भीतर छिपे संदेशों का पता चलता है। “मुंह झौसी के” में प्रेम, विश्वास और उम्मीद जैसे विभिन्न थीम्स हैं जो सुनने वालों को प्रेरित करते हैं।
संगीत संयोजन
गाने की संगीत संयोजन उसके मूड और वातावरण को बयान करता है। “मुंह झौसी के” की संगीत का मेलोडीयस और ध्वनिक अंतर उसे अद्वितीय बनाता है।
सांस्कृतिक महत्व
गीत के शब्द सामाजिक और सांस्कृतिक तत्वों के साथ जुड़े होते हैं। “मुंह झौसी के” के शब्दों में भारतीय सांस्कृतिक और सामाजिक मान्यताओं का संज्ञान किया जा सकता है। गाने में किसी छिपी अर्थवाची संकेतों की व्याख्या की जाती है जो सुनने वालों के द्वारा भावनात्मक अनुभव को बढ़ावा देते हैं।
Muh Jhausi Song Details ( मुंह झौसी के लिरिक्स इन हिंदी )
- Song Title – Muh Jhausi
- Singer – Shivani Singh
- Lyrics – Suraj Singh
- Music – Priyanshu Singh
- Music Label – Blue Bird Music Bhojpuri
Muh Jhausi ke Lyrics in Hindi ( मुंह झौसी के लिरिक्स इन हिंदी )
मुँह झौसी के ! मुँह झौसी के !
हमरो बलमुआ हवे एके पीस
गड़ी छोहाड़ा ना हवे किसमिस
हवे किसमिस !
ऐ सखी !
अरे हमरो बलमुआ हवे एके पीस
गड़ी छोहाड़ा ना हवे किसमिस
हवे किसमिस !
लाइन मारतिया बेटी हमरा मउसी के
मउसी के
मउसी के !
जिन जानी राजाजी पs नजर गड़ईहे
तs नोच लेहब मुँह मुंहझौसी के
आ जिन जानी राजाजी पs नजर गड़ईहे
तs नोच लेहब मुँह मुंहझौसी के
बुझाईल ?
मुंहझौसी के !
झार के बबरिया जे निकले बहरिया
तs देखी देखी मरेलिसन बहुते बनरिया
अरे और सुनs !
हमार देखी के जियरा जरेला
जान मार दिहि मनवा करेला
करेला !
दर लागताटे यार में कटौसी के
कटौसी के
कटौसी के !
जिन जानी राजाजी पs नजर गड़ईहे
तs नोच लेहब मुँह मुंहझौसी के
जिन जानी राजाजी पs नजर गड़ईहे
तs नोच लेहब मुँह मुंहझौसी के
जिन जानी ! मुंहझौसी के !
सुघर बलम पाके भईल बाटे टेंशन
मन बा बेचैन कईसे रही अटेंशन
रही अटेंशन !
आग बड़ी हs खराब ई जवनिया के
कवनो छीनी सवतिनिया शिवनिया के
बड़ी सूरज के राखिला साँची के
साँची के
साँची के !
जिन जानी राजाजी पs नजर गड़ईहे
तs नोच लेहब मुँह मुंहझौसी के
जिन जानी राजाजी पs नजर गड़ईहे
तs नोच लेहब मुँह मुंहझौसी के
मुंहझौसी के !