Ajib Dastan Hai Yeh

Ajib Dastan Hai Yeh – अजीब दास्ताँ है ये- Lata Mangeshkar

परिचय:

“Ajib Dastan Hai Yeh” हिंदी फिल्म संगीत के उन गीतों में से एक है, जिसे सुनते ही दिल में एक अलग सी भावना उत्पन्न होती है। यह गीत फिल्म “दिल अपना और प्रीत पराई” का है, जो 1960 में रिलीज़ हुई थी। लता मंगेशकर की मखमली आवाज़, शंकर-जयकिशन का दिलकश संगीत और शैलेन्द्र के मार्मिक बोल इस गीत को एक अमर रचना बनाते हैं। यह गीत प्रेम, दर्द और निस्वार्थता की भावना को बड़ी खूबसूरती से प्रस्तुत करता है।

Ajib Dastan Hai Yeh
Ajib Dastan Hai Yeh

Ajib Dastan Hai Yeh – अजीब दास्ताँ है ये Song Credits :

  • Film : Dil Apna Aur Preet Parai
  • Year : 1960
  • Song : Ajib Dastan Hai Yeh
  • Singer : Lata Mangeshkar
  • Music Director : Shankar Jaikishan
  • Lyricist : Shailendra

Ajib Dastan Hai Yeh – अजीब दास्ताँ है ये Lyrics in Hindi

अजीब दास्ताँ है ये

कहाँ शुरू कहाँ ख़तम

ये मंज़िलें है कौन सी

न वो समझ सके न हम

अजीब दास्ताँ है ये

कहाँ शुरू कहाँ ख़तम

ये मंज़िलें है कौन सी

न वो समझ सके न हम

ये रौशनी के साथ

क्यूँ धुआं उठा चिराग से

ये ख्वाब देखती हूँ मैं

के जग पड़ी हूँ ख्वाब से

अजीब दास्ताँ है ये

कहाँ शुरू कहाँ ख़तम

ये मंज़िलें है कौन सी

न वो समझ सके न हम

मुबारकें तुम्हें के तुम

किसी के नूर हो गए

किसी के इतने पास हो

के सबसे दूर हो गए

अजीब दास्ताँ है ये

कहाँ शुरू कहाँ ख़तम

ये मंज़िलें है कौन सी

न वो समझ सके न हम

किसी का प्यार ले के तुम

नया जहां बसाओगे

ये शाम जब भी आएगी

तुम हमको याद आओगे

अजीब दास्ताँ है ये

कहाँ शुरू कहाँ ख़तम

ये मंज़िलें है कौन सी

न वो समझ सके न हम

Ajib Dastan Hai Yeh – अजीब दास्ताँ है ये Video Song

Ajib Dastan Hai Yeh – अजीब दास्ताँ है ये Lyrics in English

 

Ajib Dastan Hai Yeh

Kahan shuru kahan khatam

Yeh manzile hai kaunsi

Na voh samajh sake na hum

Ajib Dastan Hai Yeh

Kahan shuru kahan khatam

Yeh manzile hai kaunsi

Na voh samajh sake na hum

Yeh roshni ke saath kyoon

Dhuaan utha chiraag se

Yeh roshni ke saath kyoon

Dhuaan utha chiraag se

Yeh khwaab dekhti hoon main

Ke jag padi hoon khwaab se

Ajib Dastan Hai Yeh

Kahan shuru kahan khatam

Yeh manzile hai kaunsi

Na voh samajh sake na hum

Mubaarakein tumhe ke tum

Kisi ke noor ho gaye

Mubaarakein tumhe ke tum

Kisi ke noor ho gaye

Kisi ke itne paas ho

Ke sab se door ho gaye

Ajib Dastan Hai Yeh

Kahan shuru kahan khatam

Yeh manzile hai kaunsi

Na voh samajh sake na hum

Kisi ka pyaar leke tum

Naya jahan basaaoge

Kisi ka pyaar leke tum

Naya jahan basaaoge

Yeh shaam jab bhi aayegi

Tum humko yaad aaoge

Ajib Dastan Hai Yeh

Kahan shuru kahan khatam

Yeh manzile hai kaunsi

Na voh samajh sake na hum

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