दुश्मन ना करे – Dushman Na Kare – Lata Mangeshkar, Amit Kumar, Aakhir Kyon
“Dushman Na Kare” गाना फिल्म “आखिर क्यों?” का एक बेहद भावुक और मार्मिक गीत है। इसे गाया है लता मंगेशकर और अमित कुमार ने। इस गाने का संगीत दिया है राजेश रोशन ने और इसके दिल छू लेने वाले बोल लिखे हैं इंदीवर ने। यह गाना प्यार में मिले दर्द और विश्वासघात की गहरी भावनाओं को बड़ी ही संवेदनशीलता से प्रस्तुत करता है। फिल्म में यह गाना स्मिता पाटिल, टीना मुनीम, और राजेश खन्ना के पात्रों की भावनात्मक स्थिति को दर्शाता है। लता मंगेशकर और अमित कुमार की भावपूर्ण आवाज़ और गाने की संवेदनशील धुन इसे श्रोताओं के दिलों में जगह देती है।
दुश्मन ना करे – Dushman Na Kare Song Credits
- Movie/Album: आख़िर क्यूँ? (1985)
- Music By: राजेश रोशन
- Lyrics By: इन्दीवर
- Singer : लता मंगेशकर, अमित कुमार
दुश्मन ना करे – Dushman Na Kare Lyrics in Hindi
दुश्मन न करे दोस्त ने वो काम किया है
उम्र भर का ग़म हमें ईनाम दिया है
दुश्मन न करे…
तूफ़ाँ में हमको छोड़ के साहिल पे आ गए
नाख़ुदा का हमने इन्हें नाम दिया है
उम्र भर का…
दुश्मन न करे
पहले तो होश छीन लिए ज़ुल्म-ओ-सितम से
दीवानगी का फिर हमें इल्ज़ाम दिया है
उम्र भर का…
दुश्मन न करे
अपने ही गिराते हैं नशेमन पे बिजलियाँ
ग़ैरों ने आके फिर भी उसे थाम लिया है
उम्र भर का…
दुश्मन न करे
बन कर रक़ीब बैठे हैं वो जो हबीब थे
यारों ने ख़ूब फ़र्ज़ को अंजाम दिया है
उम्र भर का…
दुश्मन न करे…
दुश्मन ना करे – Dushman Na Kare Song