एक दौर वो भी – Ek Daur Woh Bhi (Anuradha Paudwal, Yeh Nazdeekiyan)
“Ek Daur Woh Bhi” गाना फिल्म ये नज़दीकियाँ का एक बेहद संवेदनशील और दिल को छू लेने वाला गीत है। यह गाना उन लम्हों और रिश्तों की बात करता है जो वक्त के साथ बदल जाते हैं। गाने में एक तरह की नॉस्टेल्जिया और भावनात्मक गहराई है, जो श्रोताओं को अपने अतीत की यादों में ले जाती है। इसे गाया है प्रसिद्ध गायिका अनुराधा पौडवाल ने, जिनकी आवाज़ इस गाने की आत्मा को पूरी तरह से उजागर करती है।
एक दौर वो भी – Ek Daur Woh Bhi Song Credits
- Movie/Album: ये नज़दीकियाँ (1982)
- Music By: रघुनाथ सेठ
- Lyrics By: जे पी दीक्षित
- Singer : अनुराधा पौडवाल
एक दौर वो भी – Ek Daur Woh Bhi Lyrics in Hindi
एक दौर वो भी था
एक दौर ये भी है
एक दौर वो भी…
एक दौर वो भी था
हम जो कह न पाते थे, आप वो भी सुनते थे
काँटों को परे करके, एक फूल चुनते थे
एक ख़्वाब बुनते थे
एक दौर वो भी था
एक दौर ये भी है
जो भी कहना सुनना है, ख़ुद से कहते सुनते हैं
फूल हो कि काँटे हों, अपने आप ही चुनते हैं
जितने सपने टूटे हैं, उतने सपने बुनते हैं
एक दौर ये भी है
ये भी है, ये भी है
एक दौर वो भी था
हम जहाँ भी जाते थे, साथ-साथ जाते थे
साथ लड़खड़ाते थे
साथ लड़खड़ाते तो, हम सँभल भी जाते थे
हम सँभल भी जाते थे
एक दौर वो भी था
एक दौर ये भी है
अब जहाँ भी जाते हैं, पूछते हैं रस्ते भी
क्यों अकेले फिरते हो
इस तरह सँभलना क्या, लगता है के गिरते हो
लगता है के गिरते हो
एक दौर ये भी है
एक दौर ये भी है
ये भी है, ये भी है
एक दौर वो भी था, जब बहुत थी नज़दीकी
एक दौर ये भी है, जब है उतनी ही दूरी
किसको दोष दे कोई, वक़्त की ये मजबूरी
रात बाक़ी है लेकिन, नींद हो चुकी पूरी
एक दौर वो भी था…