एक कलि दो पत्तियाँ – Ek Kali Do Pattiyan – Bhupen Hazarika, Main Aur Mera Saya
गीत का परिचय
फिल्म “मैं और मेरा साया” का गीत “Ek Kali Do Pattiyan” एक मनमोहक और रूहानी गीत है, जिसे प्रसिद्ध गायक भूपेन हज़ारिका ने अपनी सशक्त आवाज़ से अमर बना दिया है। यह गीत प्रकृति, प्रेम और जीवन के सौंदर्य को उजागर करता है। भूपेन हज़ारिका की गायकी इस गीत को एक अनोखी मिठास और गहराई प्रदान करती है, जिससे यह श्रोताओं के दिल में बस जाता है।
Ek Kali Do Pattiyan
एक कलि दो पत्तियाँ – Ek Kali Do Pattiyan Song Credits…
- Movie/Album: मैं और मेरा साया
- Year : 1970
- Music : भूपेन हज़ारिका
- Lyrics : गुलज़ार
- Singer : भूपेन हज़ारिका
एक कलि दो पत्तियाँ – Ek Kali Do Pattiyan Song Lyrics in Hindi
एक कलि दो पत्तियाँ
नाज़ुक नाज़ुक उँगलियाँ
तोड़ रही हैं कौन ये
एक कलि दो पत्तियाँ
रतनपुर बागीचे में
खुल के खिलखिलाती
सावन बरसाती
हँस रही हैं कौन ये
मोगरे जगाती, मोगरे जगाती
एक कलि दो पत्तियाँ…
जुगनू और लक्ष्मी की
लगन ऐसी आई
डाली डाली झूमी
ले के अंगड़ाई, हो ले के अंगड़ाई
एक कलि दो पत्तियाँ…
जुगनू और लक्ष्मी की
प्रीत रंग लाई
नन्हें से एक मुन्ने से
झुमकी जगमगाई, हो झुमकी जगमगाई
एक कलि दो पत्तियाँ…
एक कलि दो पत्तियाँ
खिलने भी न पाई थी
तोड़ने उस बागीचे में
दानव आया रे, हो दानव आया
दानव की परछाई में
काँप रही थी पत्तियाँ
बुझने लगी मासूम कलि
दानव की परछाई में, दानव की परछाई में
साए से बेदार हुए,
तामबरन सी बाहों के
ढोल मादल बजने लगी
मादल ऐसे बाजे रे
लाखों मिल के नाचे रे
आया एक तूफ़ान नया
दानव डर के भाग गया
मादल ऐसे गरजा रे
दानव डर के भागा रे
एक कलि दो पत्तियाँ…