गोल माल है – Gol Maal Hai – Sapan Chakraborty & R.D. Burman
‘गोल माल है भई सब गोल माल है’ गीत
‘Gol Maal Hai भई सब गोल माल है’ गीत इस फिल्म का सबसे प्रसिद्ध गीत है। इसे गाया है शैलेन्द्र सिंह ने और इसके बोल आनंद बक्षी ने लिखे हैं।
1979 में रिलीज हुई फिल्म ‘गोल माल’ एक क्लासिक कॉमेडी फिल्म है जिसे ऋषिकेश मुखर्जी ने निर्देशित किया था। इस फिल्म में हास्य और व्यंग्य का अद्भुत संयोजन है, जो आज भी दर्शकों को हंसी से लोटपोट कर देता है।
फिल्म की कहानी एक युवक, रामप्रसाद शर्मा, के इर्द-गिर्द घूमती है जो अपनी नौकरी पाने के लिए अपने बॉस, भवानी शंकर, से झूठ बोलता है। भवानी शंकर, एक अनुशासनप्रिय व्यक्ति है जो दाढ़ी और मूंछों वाले पुरुषों को पसंद करता है और संगीत और खेल को समय की बर्बादी मानता है।
गोल माल है – Gol Maal Hai song Details
- Movie/Album: गोल माल
- Year : 1979
- Music By: राहुल देव बर्मन
- Lyrics By: गुलज़ार
- Performed By: सपन चक्रबर्ती, आर.डी.बर्मन
गोल माल है – Gol Maal Hai Lyrics in Hindi
गोल माल है भई सब गोल माल है
हर सीधे रस्ते की एक टेढ़ी ही चाल है
गोल माल है भाई…
भूख रोटी की हो तो पैसा कमाइए
पैसा कमाने के लिए भी पैसा चाहिए
मांगे से न मिले तो पसीना बहाइए
बहता है जब पसीना तो रुमाल चाहिए
हो गोल माल है भाई…
रुमाल बन गया भी गर कमीज फाड़ कर
कमीज के लिए भी तो फिर कपड़ा चाहिए
अरे कपड़ा किसी ने दान ही में दे दिया चलो
दर्ज़ी के पास जा के वो पहले सिलाइये
हो गोल माल है भाई…
बिन सिली कमीज़ पे तो कुछ नहीं लिया
सिली हुई कमीज पे सिलाई चाहिए
सिलाई देने के लिए फिर पैसा चाहिए
पैसा कमाने के लिए फिर पैसा चाहिए
हो गोल माल है भाई…