गुमसुम गुमसुम – Gum sum Gum sum – Bhupen Hazarika, Kavita Krishnamurthy, Daman
गीत का परिचय
“Gum sum Gum sum” फिल्म दमन का एक मार्मिक और भावपूर्ण गीत है, जिसे महान गायक और संगीतकार भूपेन हज़ारिका ने गाया है। यह गीत न केवल भावनाओं की अभिव्यक्ति है, बल्कि इसमें पीड़ा, उदासी और संघर्ष की गहरी भावनाओं को महसूस किया जा सकता है। फिल्म दमन एक गंभीर सामाजिक मुद्दे पर आधारित है, और यह गीत उस दर्द और उदासी को प्रकट करने का सशक्त माध्यम है।
गुमसुम गुमसुम – Gum sum Gum sum Song Details…
- Movie/Album: दमन (2001)
- Music : भूपेन हज़ारिका
- Lyrics : माया गोविन्द
- Singer : भूपेन हज़ारिका, कविता कृष्णामूर्ति
गुमसुम गुमसुम – Gum sum Gum sum Song Lyrics in Hindi
गुमसुम गुमसुम निशा आई
मौन की धागों से बुन-बुन कर
चादर नीली लायी
चादर के कोमल सिलवट में
साँसों की गरमाई
प्रीत जीवंत-जीवंत छाई
कामना के रंग में रंगें
आज के गहरे गर्भ में
नीरव मर्म वर्षा लेकर
सावन भादो बरसे
बादल की भीगी आँचल में
साँसों की गरमाई…
प्रेम भरे स्वर तेरे, अस्फुट इक गूँज लिए
झरते हैं झरझर प्रिये, झरते हैं झरझर
परिधी विहीन संगम को तत्पर ये अधर
काँपे हैं थरथर प्रिये, काँपे है थरथर
नियम तोड़ने का नियम
आकांक्षा का पथ है
कोमल आघात, प्रति आघात
नाटक नीली निशा का
दूर आर्तनाद की नदी
घाट का क्रंदन स्वर
कौन सुने जब पाया
आलिंगन का सागर, आलिंगन का सागर
जिसके आलिंगन में पाई
साँसों की गरमाई…
गुमसुम गुमसुम – Gum sum Gum sum Video Song