अँधियारा गहराया

अँधियारा गहराया – Andhiyaara Gehraaya – Bhupinder Singh

“अँधियारा गहराया” : परिचय

सारांश, 1984 में आई महेश भट्ट निर्देशित एक प्रतिष्ठित फिल्म है, जिसने भारतीय सिनेमा में अपनी एक अमिट छाप छोड़ी है। इस फिल्म का एक प्रमुख गीत “अँधियारा गहराया” है, जिसे सुनकर हर कोई भावुक हो उठता है। यह गीत वसंत देव द्वारा लिखा गया और अजित वर्मन द्वारा संगीतबद्ध किया गया है, जबकि भूपिंदर सिंह की मधुर आवाज़ ने इसमें जान डाल दी है।

गीत का परिचय

“अँधियारा गहराया” गीत के बोल दिल को छू लेने वाले हैं। यह गीत जीवन की विषमताओं और कठिनाइयों को दर्शाता है, और श्रोताओं को अपने संघर्षों से लड़ने की प्रेरणा देता है। वसंत देव की लेखनी इस गीत में उनके अनुभव और भावनाओं का उत्कृष्ट उदाहरण है।

संगीत की विशेषताएँ

अजित वर्मन का संगीत इस गीत की जान है। उन्होंने इस गीत को एक ऐसी धुन में पिरोया है जो सीधे दिल तक पहुँचती है। संगीत की धुन इतनी सशक्त है कि यह श्रोताओं को गीत के हर शब्द के साथ जोड़ देती है।

गीत के बोल

वसंत देव ने इस गीत के बोल इतने सशक्त और भावुकता से भरे लिखे हैं कि हर शब्द अपने आप में एक कहानी कहता है। “अँधियारा गहराया” गीत के बोल जीवन के अंधकारमय पहलुओं को उजागर करते हैं और एक उम्मीद की किरण दिखाते हैं।

गायकी की खूबसूरती

भूपिंदर सिंह की आवाज़ इस गीत में एक विशेष आकर्षण जोड़ती है। उनकी गायकी की शैली और भावनात्मक प्रस्तुति ने इस गीत को और भी अधिक प्रभावशाली बना दिया है। भूपिंदर सिंह ने अपनी गायकी के माध्यम से गीत के हर शब्द में जान डाल दी है।

गीत का फिल्म में महत्व

फिल्म सारांश की कहानी में “अँधियारा गहराया” गीत का एक महत्वपूर्ण स्थान है। यह गीत फिल्म के मुख्य पात्रों की भावनाओं को व्यक्त करने में सहायक है और फिल्म की कथा को आगे बढ़ाने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। गीत के माध्यम से फिल्म में एक गहरा भावनात्मक प्रभाव उत्पन्न होता है।

गीत का फिल्मांकन

गीत का फिल्मांकन भी बहुत ही प्रभावशाली है। इस गीत को फिल्म में बहुत ही सुंदरता से फिल्माया गया है, जिससे दर्शक गीत के साथ पूरी तरह से जुड़ जाते हैं। दृश्य और उनकी प्रस्तुति ने इस गीत को और भी अधिक आकर्षक बना दिया है।

गीत की लोकप्रियता

“अँधियारा गहराया” गीत ने अपने समय में बहुत लोकप्रियता हासिल की थी। यह गीत आज भी श्रोताओं के दिलों में बसा हुआ है और समय के साथ इसकी प्रासंगिकता बनी हुई है। इस गीत की भावनात्मक गहराई और मधुर धुन ने इसे अमर बना दिया है।

अजित वर्मन का संगीत करियर

अजित वर्मन भारतीय सिनेमा के एक प्रमुख संगीतकार हैं। उन्होंने अपने करियर में कई प्रमुख रचनाएँ की हैं, जिनमें “अँधियारा गहराया” भी शामिल है। उनका संगीत हमेशा से ही भावनात्मक और दिल को छू लेने वाला रहा है।

वसंत देव की कविताएँ

वसंत देव एक प्रसिद्ध कवि और गीतकार थे। उनके लिखे गीत और कविताएँ हमेशा से ही उनके अनुभव और भावनाओं का उत्कृष्ट उदाहरण रहे हैं। उन्होंने अपने जीवन में कई प्रमुख काव्य रचनाएँ की हैं, जो आज भी प्रासंगिक हैं।

भूपिंदर सिंह की गायकी

भूपिंदर सिंह एक मशहूर गायक हैं, जिन्होंने कई प्रमुख गीतों में अपनी आवाज़ दी है। उनकी गायकी की शैली और भावनात्मक प्रस्तुति ने उन्हें एक अलग पहचान दिलाई है। “अँधियारा गहराया” गीत में उनकी आवाज़ ने इस गीत को और भी अधिक प्रभावशाली बना दिया है।

अँधियारा गहराया

अँधियारा गहराया

अँधियारा गहराया – Andhiyaara Gehraaya  Song Details 

  • Movie/ Album: सारांश
  • Year : 1984
  • Music By: अजित वर्मन
  • Lyrics By: वसंत देव
  • Performed By: भूपिंदर सिंह

अँधियारा गहराया – Andhiyaara Gehraaya Lyrics in Hindi

अँधियारा गहराया, सूनापन घिर आया
घबराया मन मेरा, चरणों में आया

क्यूँ हो तुम, यूँ गुमसुम
किरणों को आने दो
पत्थर की फाँकों से
करुणा को झरने दो
अँधियारा गहराया…

पत्तों-तिनकों का बना था घर मेरा
ढह गया, बह गया, अब कहाँ बसेरा
भीगा है मन पाखी, अंजुली में पलने दो
अँधियारा गहराया…

ये उदासी अगर छायी है मेरे लिए
पीर की राह भी है बनी मेरे लिए
सह लूँ मैं हर जलन, चन्दन वो बनने दो
अँधियारा गहराया…

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