अहल-ए-दिल यूँ – Ahl-e-Dil Yun – Bhupinder Singh & Lata Mangeshkar
फिल्म “दर्द” का गीत “Ahl-e-Dil Yun भी निभा लेते हैं” भारतीय सिनेमा के इतिहास में एक अद्वितीय स्थान रखता है। खय्याम के संगीत और नक्श ल्यालपुरी के गीतों का सम्मिश्रण, भूपिंदर सिंह और लता मंगेशकर की सुरीली आवाज़ में प्रस्तुत किया गया यह गीत दिल को छू लेने वाला है।
“Ahl-e-Dil Yun भी निभा लेते हैं” एक ऐसा गीत है जो संगीत प्रेमियों के दिलों में हमेशा के लिए बस गया है। खय्याम, नक्श ल्यालपुरी, भूपिंदर सिंह और लता मंगेशकर की सम्मिलित प्रतिभा ने इस गीत को अमर बना दिया है। यह गीत आज भी हमें प्रेम, विरह और जीवन की गहराइयों का एहसास कराता है।
अहल-ए-दिल यूँ – Ahl-e-Dil Yun Song Details
- Movie/Album: दर्द
- Year : 1981
- Music By: खय्याम
- Lyrics By: नक्श ल्यालपुरी
- Performed By: भूपिंदर सिंह, लता मंगेशकर
अहल-ए-दिल यूँ – Ahl-e-Dil Yun Lyrics in Hindi
अहल-ए-दिल यूँ भी निभा लेते हैं
दर्द सीने में छुपा लेते हैं
भूपिंदर सिंह
ज़ख्म जैसे भी मिले ज़ख्मों से
दिल के दामन को सजा लेते हैं
दर्द सीने में छुपा…
अपने क़दमों में मोहब्बत वाले
आसमानों को झुका लेते हैं
दर्द सीने में छुपा…
लता मंगेशकर
दिल की महफ़िल में उजालों के लिये
याद की शम्मा जला लेते हैं
दर्द सीने में छुपा…
जलते मौसम में भी ये दीवाने
कुछ हसीं फूल खिला लेते हैं
दर्द सीने में छुपा…
अपनी आँखों को बनाकर ये ज़ुबाँ
कितने अफ़साने सुना लेते हैं
दर्द सीने में छुपा…
जिनको जीना है मोहब्बत के लिये
अपनी हस्ती को मिटा लेते हैं
दर्द सीने में छुपा…