बादल यूँ गरजता है – Baadal Yun Garajta Hai – Lata Mangeshkar & Shabbir Kumar, Betaab
“Baadal Yun Garajta Hai” गाना फिल्म ‘बेताब’ का है। इस गाने को लता मंगेशकर और शब्बीर कुमार ने गाया है। ‘बेताब’ 1983 में रिलीज़ हुई एक रोमांटिक ड्रामा फिल्म है, जिसमें सनी देओल और अमृता सिंह मुख्य भूमिकाओं में हैं। इस गाने का संगीत राहुल देव बर्मन ने दिया है और इसके बोल आनंद बक्षी ने लिखे हैं। गाने की खूबसूरत धुन और लता मंगेशकर की आवाज़ ने इसे बेहद लोकप्रिय बना दिया है, और यह आज भी लोगों के दिलों में बसा हुआ है।
बादल यूँ गरजता है – Baadal Yun Garajta Hai Song Credits
- Movie/Album: बेताब
- Year : 1983
- Music : राहुल देव बर्मन
- Lyrics : आनंद बक्षी
- Singer : लता मंगेशकर, शब्बीर कुमार
बादल यूँ गरजता है – Baadal Yun Garajta Hai Lyrics in Hindi
बादल यूँ गरजता है
डर कुछ ऐसा लगता है
चमक चमक के, लपक के
ये बिजली हम पे गिर जाएगी
बादल यूँ गरजता है…
बाहर भी तूफान, अंदर भी तूफान
बीच में दो तूफ़ानों के ये शीशे का मकान
ऐसे दिल धड़कता है, डर कुछ ऐसा लगता है
चमक चमक के…
ये दीवानी शाम, ये तूफ़ानी शाम
आग बरसती है सावन में, पानी का है नाम
बस कुछ भी हो सकता है, डर कुछ ऐसा लगता है
चमक चमक के…
तौबा हुस्न-ए-यार, बदले रंग हज़ार
शर्म कभी आती है और कभी आता है प्यार
देखें कौन ठहरता है, डर कुछ ऐसा लगता है
चमक चमक के…
तुम बैठो उस पार, हम बैठें इस पार
आओ अपने बीच बना लें, हम कोई दीवार
दिल फिर भी मिल सकता है, डर कुछ ऐसा लगता है
चमक चमक के…